नया भवन तैयार, प्रवेश के लिए हादसे का इंतजार!
लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव को लोकतंत्र निर्माण की महत्वपूर्ण कड़ी बोला जाता है ऐसे में इसको निबटाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय का ही खंभा जर्जर हो चुका है। यहां की छतों व दीवारों का छप्पर छोड़ रहा है। यहां काम करने वाले कर्मचारी दहशत में रहते है। इसके लिए नया भवन तो तैयार हो गया लेकिन शायद इसके लिए हादसे का इंतजार हो रहा है!
जागरण संवाददाता, जौनपुर : लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव को लोकतंत्र निर्माण की महत्वपूर्ण कड़ी बोला जाता है, ऐसे में इसको निबटाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय का ही खंभा जर्जर हो चुका है। यहां की छत व दीवारें चप्पर छोड़ रहे है। यहां काम करने वाले कर्मचारी दहशत में रहते हैं। इसके लिए नया भवन तो तैयार हो गया लेकिन शायद इसके लिए हादसे का इंतजार हो रहा है!
कलेक्ट्रेट परिसर में वर्ष 2017 में नया चुनाव कार्यालय विधानसभा चुनाव से पहले बनकर तैयार हो गया था। जिसको विधानसभा चुनाव में ही नए कार्यालय में अधिकारी व कर्मचारियों को शिफ्ट करने की बात चल रही थी, लेकिन चुनाव बीत गया। अब लोकसभा चुनाव की तैयारियां भी पुराने भवन से ही हो रही है। ऐसे में यहां पर्याप्त कंप्यूटर से लेकर हर संसाधन उपलब्ध नहीं है। चुनाव कार्यालय में संबंद्ध किए गए आठ से नौ लिपिक भी कंप्यूटर न होने के कारण बैठे है, ऐसे में चुनाव संचालन व्यवस्थित तरीके से निबटाने में समस्या हो रही है। नया चुनाव कार्यालय में फिलहाल स्टोर की तरह प्रयोग हो रहा है। तीन मंजिल के इस भवन में पर्याप्त जगह है। जिसका ठीक ढंग से प्रयोग किया जाए तो निश्चित रूप से चुनाव की तैयारी पहले से और बेहतर हो सकती है। पुराने कार्यालय में जो भी जाता है वहां की स्थिति देखकर दंग रह जाता है। कहता है कि यहां कैसे काम होता है और भवन में काम करने वाले लोग कैसे काम करते है। बरसात के दिनों में भवन की छत से पानी टपकता है।
फिलहाल इस प्रकार की कोई जानकारी नहीं है। अगर नया भवन तैयार है तो उसमें शिफ्ट करवा दिया जाएगा। चुनाव संचालन में किसी प्रकार का गतिरोध नहीं है। लोकसभा चुनाव को व्यवस्थित तरीके से निबटाया जाएगा।
अरविद मलप्पा बंगारी-जिला निर्वाचन अधिकारी