विधि-विधान से पूजे गए भगवान चित्रगुप्त
बौद्धिक कार्यों के प्रणेता, प्राणियों के शुभाशुभ कर्मों की गणना करने वाले भगवान चित्रगुप्त का भगवान का पूजन शुक्रवार को नगर समेत ग्रामीण इलाकों में कायस्थ बंधुओं से विधि-विधान से किया। इसके साथ ही कायस्थों ने अपनी आजीविका के साधन कलम-दवात के प्रति भी निष्ठा एवं कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उसके प्रति शीश झुकाया। इस दौरान चित्रगुप्त मंदिर में तमाम तरह के आयोजन भी किए गए। मुक्तेश्वर प्रसाद बालिका इंटर कॉलेज प्रांगण में भगवान चित्रगुप्त महराज की आरती एवं पूजन में सैकड़ों की संख्या में कायस्थ बंधु शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने किया।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: बौद्धिक कार्यों के प्रणेता, प्राणियों के शुभाशुभ कर्मों की गणना करने वाले भगवान चित्रगुप्त का भगवान का पूजन शुक्रवार को नगर समेत ग्रामीण इलाकों में कायस्थ बंधुओं से विधि-विधान से किया। इसके साथ ही कायस्थों ने अपनी आजीविका के साधन कलम-दवात के प्रति भी निष्ठा एवं कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उसके प्रति शीश झुकाया। इस दौरान चित्रगुप्त मंदिर में तमाम तरह के आयोजन भी किए गए। मुक्तेश्वर प्रसाद बालिका इंटर कॉलेज प्रांगण में भगवान चित्रगुप्त महराज की आरती एवं पूजन में सैकड़ों की संख्या में कायस्थ बंधु शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में आजमगढ़ की नगर परिषद अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव व विशिष्ट अतिथि के रूप में आईएएस प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव शामिल हुए। इस दौरान मेधावी छात्रों को पाठ्य पुस्तकें व स्कूल बैग भी दिया गया। समाज में बेहतर योगदान के लिए छात्रों सहित समाज के कुछ लोगों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में एडवोकेट संतोष श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव उर्फ बच्चा भईया व ज्योति दास शामिल रहे। इस दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने अपनी प्रतिभा से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। संचालन प्रदीप कुमार, जबकि आभार सुनील कुमार श्रीवास्तव ने जताया। आरडी श्रीवास्तव, विजय कुमार अस्थाना, रविप्रकाश श्रीवास्तव, राजकिशोर श्रीवास्तव, विजय श्रीवास्तव, राजन श्रीवास्तव, ज्ञानचंद श्रीवास्तव व शशिमोहन अस्थाना समेत अन्य लोग शामिल हुए।