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फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर व आमिर खान के खिलाफ परिवाद

फिल्म 'ठग्स आफ ¨हदुस्तान'फिल्म विवादों में फंस गई है। इस फिल्म के निर्माता आदित्य चोपड़ा, निर्देशक विजय कृष्णा व अभिनेता आमिर खान के खिलाफ जौनपुर कोर्ट में परिवाद दर्ज किया गया है। यह परिवाद भावनाओं को ठेस पहुंचाने और जाति विशेष की मानहानि करने पर अधिवक्ता हंसराज चौधरी ने एसीजेएम पंचम की कोर्ट में दायर किया है। इस पर मामले को दर्ज करते हुए जज ने गवाही के लिए 12 नवंबर को परिवादी अधिवक्ता को तलब किया है। विदित हो कि इसी मामले को लेकर 29 अक्टूबर को निषाद समाज के लोग जिलाधिकारी से मिले थे। राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक डीएम को सौंपे थे। साथ ही 'ठग्स आफ ¨हदुस्तान'टाइटल बदलने एवं मल्लाह जाति के पहले फिरंगी शब्द को हटाने की मांग किए थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 05:33 PM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 05:33 PM (IST)
फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर व आमिर खान के खिलाफ परिवाद
फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर व आमिर खान के खिलाफ परिवाद

जागरण संवाददाता, जौनपुर : फिल्म 'ठग्स आफ ¨हदुस्तान' विवादों में फंस गई है। इस फिल्म के निर्माता आदित्य चोपड़ा, निर्देशक विजय कृष्णा व अभिनेता आमिर खान के खिलाफ जौनपुर कोर्ट में परिवाद दर्ज किया गया है। यह परिवाद भावनाओं को ठेस पहुंचाने और जाति विशेष की मानहानि करने पर अधिवक्ता हंसराज चौधरी ने एसीजेएम पंचम की कोर्ट में दायर किया है। इस पर मामले को दर्ज करते हुए जज ने गवाही के लिए 12 नवंबर को परिवादी अधिवक्ता को तलब किया है। विदित हो कि इसी मामले को लेकर 29 अक्टूबर को निषाद समाज के लोग जिलाधिकारी से मिले थे। राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक डीएम को सौंपा था। साथ ही 'ठग्स आफ ¨हदुस्तान'टाइटल बदलने एवं मल्लाह जाति के पहले फिरंगी शब्द को हटाने की मांग की थी।

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30 अक्टूबर को परिवादी के अलावा प्रदीप निषाद, बृजेश निषाद, संजीव नागर, मनोज नागर आदि ने सोशल मीडिया पर फिल्म 'ठग्स ऑफ ¨हदुस्तान' का ट्रेलर देखा। आरोप है कि इस फिल्म में मल्लाह जाति को फिरंगी मल्लाह शब्दों से संबोधित कर अपमानित किया गया है। फिल्म अंग्रेजी उपन्यासकार के उपन्यास पर आधारित है, जो आजादी के पूर्व आजादी के दीवानों को आतंकवादी ठग आदि शब्द कहते थे। परिवादी के अधिवक्ता हिमांशु श्रीवास्तव व बृजेश ¨सह ने परिवाद की पोषणीयता पर बहस किया कि जानबूझकर फिल्म की टीआरपी बढ़ाने, मुनाफा कमाने के लिए दुर्भावनापूर्ण तरीके से फिल्म का ऐसा नाम रखा गया। इससे जाति विशेष को फिल्म में अपमानित किया गया। पूरे निषाद समाज को ठग व फिरंगी की संज्ञा दी गई। उन्होंने बताया कि फिल्म में 1795 की घटना दिखाई गई है, जिसमें जब एक समूह ब्रिटिश हुकूमत से भारत को स्वतंत्र कराने के लिए लड़ रहा था। फिल्म की कहानी केवल  कानपुर जिले  की है, फिर टाइटल 'ठग्स आफ ¨हदुस्तान'रखना फिल्मकारों की दुर्भावना दर्शाता है। आरोप है कि आमिर खान को फिल्म में फिरंगी मल्लाह से संबोधित किया गया। वह फिरंगी बने हैं। फिल्मकार जानते हैं कि विरोध पर फिल्म ज्यादा चलेगी। विरोध न होने पर लोग निषाद, मल्लाह को ठग व फिरंगी समझेंगे। फिल्मकारों के इस कृत्य से जातियों में घृणा व वैमनस्य की भावना पैदा हुई। सौहार्द व देश की एकता व अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। परिवादी व मल्लाह जाति की मानहानि फिल्म के ऐसे नाम व ²श्य के प्रकाशन से हुई। परिवादी ने तीनों आरोपियों को तलब कर दंडित करने की मांग की है।


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