अंतिम व्यक्ति का ही विकास होने पर देश होगा विकसित
वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डा. राकेश कुमार यादव ने कहा कि कोई भी देश या समाज तभी विकसित हो सकेगा जब अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचे। अंतिम व्यक्ति का विकास ही राष्ट्र का विकास माना जाता है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डा. राकेश कुमार यादव ने कहा कि कोई भी देश या समाज तभी विकसित हो सकेगा जब अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचे। अंतिम व्यक्ति का विकास ही राष्ट्र का विकास माना जाता है। वह शुक्रवार को राजा श्रीकृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पं. दीन दयाल उपाध्याय जन्मशती वर्ष के सिलसिले में आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पं. दीन दयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद के प्रणेता थे। वे मानव को विभाजित करके देखने के खिलाफ थे। उनके दर्शन से ही देश और दुनिया का भला हो सकता है। अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डा. विष्णुचंद्र त्रिपाठी ने कहा कि जब तक देश का अति गरीब व्यक्ति खुशहाल नहीं होगा, तब तक राष्ट्र का विकास नहीं हो सकता। डा. मयानंद उपाध्याय, डा. अवधेश द्विवेदी, डा. आरपी ओझा ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा संतोष कुमार पांडेय ने किया। इस अवसर पर कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। रंगोली सजाओ में आकांक्षा मौर्या, मेंहदी रचाओ में आफिया रिमसा, निबंध में स्वाति मौर्या, पोस्टर में रिया मौर्या, भाषण में पूजा मौर्या व वाद-विवाद प्रतियोगिता में धर्मेंद्र प्रजापति ने प्रथम स्थान हासिल किया।