रेलवे ओवरब्रिज के अभाव ने बढ़ा दी है राहगीरों की परेशानी
जागरण संवाददाता मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर) नगर स्थित रेलवे क्रासिग पर ओवरब्रिज निर्माण दस
जागरण संवाददाता, मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर): नगर स्थित रेलवे क्रासिग पर ओवरब्रिज निर्माण दस वर्षों से चुनावी मुद्दा बनकर रह गया है। ओवरब्रिज न होने के चलते फाटक के बंद होने से आए दिन जाम में फंसकर प्रयागराज को जाने वाले राहगीर परेशान होते हैं। जाम की समस्या से निपटने के लिए चुनाव में वादे तो किए जाते हैं, लेकिन चुनाव के बाद कोई इस समस्या की ओर ध्यान नहीं देता। बर्ष 2015 के रेल बजट में मुंगराबादशाहपुर रेल ओवरब्रिज निर्माण का प्रविधान किया गया था। स्थलीय सर्वे भी हुआ, लेकिन फिर सबकुछ ठंडे बस्ते में चला गया। आने वाले विधानसभा चुनाव में फिर यह मुद्दा गरम हो सकता है।
जौनपुर-प्रयागराज मुख्य मार्ग पर नगर स्थित रेलवे क्रासिग पर लगने वाले जाम से पूर्वांचल के कई जिलों के यात्रियों का सफर प्रभावित होता है। आजमगढ़-गोरखपुर को जोड़ रहे इस मार्ग पर दिन-रात वाहनों का काफिला चलता रहता है। कुछ समय के लिए रेलवे फाटक बंद होते ही वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। कई बार जाम में फंसे एंबुलेंस में रोगी दम तोड़ देता है। गत 26 अप्रैल को मऊ जनपद के कोविड मरीज को लेकर एंबुलेंस स्वरूपरानी अस्पताल प्रयाग जा रही थी। रेलवे क्रासिग पर लगे जाम में एंबुलेंस फंस गया। अधिक समय तक जाम में फंसे रहने के कारण आक्सीजन समाप्त हो गया तो रोगी की तड़पकर मौत हो गई। रोगी की मौत के बाद स्वजनों ने हंगामा कर दिया। एंबुलेंस भी क्षतिग्रस्त कर दिया। किसी तरह पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत करया। यह तो महज एक उदाहरण है। इस तरह कई घटनाएं हो चुकी हैं। वर्ष 2015 के रेल बजट में सरकार ने मुंगराबादशाहपुर ओवरब्रिज का प्रविधान किया गया था। स्थलीय सर्वे भी हुआ, लेकिन ओवरब्रिज निर्माण क्यों नहीं हुआ जिम्मेदार नहीं बता पाते हैं। भाजपा नेताओं ने प्रदेश की तत्कालीन समाजवादी सरकार पर ठीकरा फोड़ दिया। कहा कि प्रदेश सरकार ने सकारात्मक सहयोग नहीं किया, लेकिन 2017 में प्रदेश की सरकार भी बदल गई फिर ओवरब्रिज निर्माण क्यों नहीं हुआ इस सवाल का जवाब कोई जिम्मेदार देने को तैयार नहीं है। 20 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन मुंगराबादशाहपुर में हुआ। लोगों को उम्मीद थी कि वह मुंगराबादशाहपुर को रेलवे ओवरब्रिज की सौगात अवश्य देंगे, लेकिन उन्होंने मंच से कोई घोषणा नहीं की जिससे लोगों को निराशा हाथ लगी। रेलवे ओवरब्रिज निर्माण न होने से जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है जो आने-वाले विधानसभा चुनाव का चुनावी मुद्दा भी बनेगा।