लॉकडाउन में मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान लाने में लगा श्रम विभाग
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर मजदूरों के लिए खुशखबरी है। श्रम विभाग की तरफ से एक मई से अभियान चलाया जाएगा। इसमें गैर प्रांतों से लौट रहे जिन मजदूरों को क्वारंटाइन में रखा जाएगा उनको विभाग की तरफ से एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता देगा। यह धनराशि जानकारी प्राप्त होने के दो-तीन दिन के अंदर खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : एक मई श्रमिक दिवस पर मजदूरों के लिए खुशखबरी है। श्रम विभाग की तरफ से एक मई से अभियान चलाया जाएगा। इसमें गैर प्रांतों से लौट रहे जिन मजदूरों को क्वारंटाइन में रखा जाएगा, उनको विभाग की तरफ से एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता देगा। यह धनराशि जानकारी प्राप्त होने के दो-तीन दिन के अंदर खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
श्रम विभाग अपनी टीम के माध्यम से तहसीलों में बनाए गए शेल्टर होम में जाएगा। वहां क्वारंटाइन में रखे गए लोगों से बातचीत कर यहां पता लगाएगा कि उनमें से कौन लोग दूसरे राज्यों में भवन एवं सन्ननिर्माण कार्य में लगे हैं। पंजीकृत मजदूरों का नाम, पता, खाता संख्या, पंजीकरण संख्या लेने के बाद सभी के खाते में एक हजार रुपये भेजा जाएगा। जिला प्रशासन की तरफ से जनपद में गैर प्रांतों से आने वाले 25 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है, इसके लिए 116 कालेज व 226 विद्यालयों को अधिग्रहित किया गया। यहां 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहने वाले श्रमिकों प्रशासन की तरफ से दोनों टाइम भोजन कराया जाएगा, वहीं घर वापसी के समय 1173 रुपये की राशन किट दी जा रही है। श्रम विभाग की मानें तो अभियान में करीब पांच से 10 हजार पंजीकृत श्रमिक मिल जाएंगे तो उनका उद्देश्य सफल होगा। बोले अधिकारी
श्रम विभाग की तरफ से टीम गठित कर तहसीलों के क्वारंटाइन स्थलों में सर्वे कराया जाएगा। गैर प्रांतों से आने वाले पंजीकृत श्रमिकों का आंकड़ा इकट्ठा करके एक हजार रुपये खाते में भेजा जाएगा। उनका प्रयास है कि अधिक संख्या में पात्रों को लाभ दिया जाए।
-कुलदीप सिंह, सहायक श्रमायुक्त।