गांवों में गोबर गैस प्लांट से होगी रसोई ईधन की आपूर्ति
भारत सरकार की तरफ से शौचालय में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देश के 64 जिलों को दो प्रोजेक्ट की स्वीकृत दी गई है। इसके तहत मल कीचड़ प्रबंधन व गोवर्धन योजना को मंजूरी मिली है। सरकार की तरफ से धन अवमुक्त किया जाएगा। मल कीचड़ प्रबंधन के जरिए जहां नालियों से निकलने वाले कीचड़ का निस्तारण किया जाएगा तो गोवर्धन प्रोजेक्ट के तहत जिले के गांवों में गोबर गैस के प्लांट से रसोई गैस की आपूर्ति की जाएगी।
जागरण संवाददाता जौनपुर : भारत सरकार की तरफ से शौचालय में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देश के 64 जिलों को दो प्रोजेक्ट की स्वीकृत दी गई है। इसके तहत मल कीचड़ प्रबंधन व गोवर्धन योजना को मंजूरी मिली है। सरकार की तरफ से धन अवमुक्त किया जाएगा। मल कीचड़ प्रबंधन के जरिए जहां नालियों से निकलने वाले कीचड़ का निस्तारण किया जाएगा तो गोवर्धन प्रोजेक्ट के तहत जिले के गांवों में गोबर गैस के प्लांट से रसोई गैस की आपूर्ति की जाएगी।
गोवर्धन प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में जिले के 15 गांवों का चयन किया गया है। यह गांव ऐसे हैं जहां पशुओं की संख्या सबसे अधिक है। गैस के उपयोग के साथ ही गोबर को वर्मी कपोस्ट के रूप में प्रयोग किया जाएगा। सरकार की इस पहल से पशुधन का विकास होगा। इसका डीपीआर तैयार है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में काम शुरू हो गया है। पशु चिकित्सक के माध्यम से लिस्ट मांगी गई है जहां पशुपालक सक्रिय हो उन 15 गांवों का चयन किया गया है। इसमें कम्युनिटी बनाकर सहभागिता करनी होगी। वहीं मल कीचड़ प्रबंधन के लिए प्लांट बनाया जाएगा, जिससे शहरों से निकलने वाले मल का निस्तारण किया जा सके। इन दोनों ही प्रोजेक्ट के लिए 20-20 लाख रुपये का बजट फरवरी माह तक प्राप्त हो जाएगा। इन ब्लाकों के यह गांव है सम्मिलित
करंजाकला के मल्हनी, सुईथाकला के गैरवाह, बुढुपुर, धर्मापुर के सखैला, रानगर के औरा, महराजगंज के सरायदुर्गादास, बक्शा के हरियावगंज, शाहगंज का मुडैला, रामपुर में अड़ियार, डोभी में कछवन, मढ़ी, मुफ्तीगंज में पसेवा, सुजानगंज में परहित, केराकत में नरहन, मछलीशहर में जमालपुर, चितांव, कटाहित खास, भिदुना गांव है। ----
स्वच्छ भारत मिशन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 64 जिलों को भारत सरकार द्वारा मल कीचड़ प्रबंधन व गोवर्धन प्रोजेक्ट की मंजूरी दी गई है। इसके तहत इन सभी जिलों की 30 व 31 जनवरी को शासन स्तर पर कार्यशाला कराई गई थी। इसमें दो प्रोजेक्ट के स्वीकृति की जानकारी दी गई है।
गौरव वर्मा-मुख्य विकास अधिकारी