..त देखा बस में भी सरकार बनावय के मचल मारामारी
लोकसभा चुनाव के माहौल में जब लोगों के मन की बात सुनने निकलेंगे तो अलग-अलग मत सामने आएंगे। बस हो या ट्रेन सभी चुनावी चर्चा से गुलजार हो रहे हैं। उस चर्चा और लोगों के चुनावी मूड को समझने के लिए समय साढ़े आठ बजे हम इंदिरा चौक पर पहुंचे।
समय- सुबह आठ बजे
दिन- शनिवार
स्थान- इंदिरा चौराहा बदलापुर से जौनपुर तक सुनील चतुर्वेदी,
बदलापुर (जौनपुर):
लोकसभा चुनाव के माहौल में जब लोगों के मन की बात सुनने निकलेंगे तो अलग-अलग मत सामने आएंगे। बस हो या ट्रेन, सभी चुनावी चर्चा से गुलजार हो रहे हैं। उस चर्चा और लोगों के चुनावी मूड को समझने के लिए समय साढ़े आठ बजे हम इंदिरा चौक पर पहुंचे। जहां जौनपुर-बनारस जाने के लिए दर्जनभर यात्री बस का इंतजार कर रहे थे। अभी हमें खड़े हुए दो मिनट ही बीता होगा कि अंबेडकर नगर से चलकर वाराणसी जाने वाली एक प्राइवेट बस पहुंची। जिसकी अधिकांश सीटें पहले से फुल थीं। फिर भी दो-चार यात्री सवार ही हो गए। मैं भी जाकर चालक के बगल वाली सीट पर बैठ गया।
बस अभी सीएचसी पहुंची ही होगी तभी दिल्ली की सरकार बनावै के मारामारी मच गईल। बीच वाली सीट से जोर से आवाज आई देखा भाई एहि बार चुनावी घोषणाओं पर ध्यान ना देइके देशहित वाली सरकार बनावल जाई। यह सुनते मंगरावा निवासी सत्यनारायण सिंह तपाक से बोल बईठे देशहित त खाली एकइ पार्टी कर सकै ऊ है भाजपा। ओकरे पांच साल के सरकार में गरीबन के हित में तमाम काम भईल बा।
इतने में नेवादा मुखलिसपुर निवासी सुशील ने कहा कि तू सब गठबंधन के हल्लुक आंकत बाटा, उत्तर प्रदेश में त सबकर हवा खराब कर देई। बस अब धनियामऊ पहुंच चुकी थी। जहां दो सवारियों ने हाथ दिया। बस रुकते ही चालक दयाशंकर ने बतकही को नई हवा दे दिया और बोल पड़े इ बछवा-बछिया किसानन के जी का बवाल होई ग बाटेन। अनिल यादव व प्रमोद मौर्य ने भी सुर मिला दिया, भाजपा का बंटाधार होइ जाई।
बस बक्शा थाने के समीप पहुंची कि परिचालक जयप्रकाश सिंह चाय की दुकान पर चुस्की लेते हुए पान का बीड़ा हाथ में लेकर बस में चढ़ ही रहे थे कि डढि़या निवासी सुनील शुक्ल बोल ही पड़े काका कांग्रेस त अइसन घोषणा कइले बा कि ओका पूरा करय में देश बिचाय जाई। धर्मेद्र प्रचेता ने कहा साठ साल कांग्रेसई देश चलऊले बा। राज चलावै के नीति जानत बा हमय तोका सिखवय क जरुरत ना बा। सभी लोग कुछ क्षण के लिए चुप्पी साधे थे कि बदलापुर कस्बे के युवा सत्यम मोदनवाल ने काफी गंभीर होकर कहा, चुनाव में जनहित का मुद्दा न देखकर राष्ट्रहित का मुद्दा देखिए तभी देश का भला होगा।