मातृत्व वंदना का लाभ लेने में जौनपुर अर्बन फिसड्डी
मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने और कुपोषण से बचाने के संचालित महत्वाकांक्षी योजना मातृत्व वंदना के क्रियान्वयन में सबसे अधिक जनसंख्या वाले अर्बन क्षेत्र फिसड्डी है।
जासं, जौनपुर: मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने और कुपोषण से बचाने के संचालित महत्वाकांक्षी योजना मातृत्व वंदना के क्रियान्वयन में सबसे अधिक जनसंख्या वाला अर्बन क्षेत्र फिसड्डी है। जबकि के 94 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर सुजानगंज और सिकरारा विकास खंड जनपद में अव्वल रहा। मुफ्तीगंज समेत चार विकास खंडों ने 89 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है। जिले में 72579 महिलाओं को लाभांवित करना है। बचे ढाई माह में शेष 31 प्रतिशत लक्ष्य पूरा करना है।
प्रसव के दौरान होने वाली मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने और सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना संचालित हो रही है। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को पांच हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है। गर्भधारण के दौरान पोषक तत्वों की कमी और असुरक्षित प्रसव के कारण बड़ी संख्या में मातृ व शिशु मृत्यु दर भारत में बहुत अधिक था। इसमें कमी लाने और कुपोषण से बचाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। योजनाओं का अपेक्षित लाभ भी दिखने लगा है। मातृ-शिशु मृत्यु दर में और कमी लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना शुरू की गई।
इस योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को पांच हजार रुपये दिए जाते हैं। इसके लिए गांवों में तैनात आशा और एएनएम के माध्यम से सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पंजीकरण कराना होता है। पंजीकृत लाभार्थियों का बायोडाटा केंद्र सरकार के पोर्टल पर डाला जाता। सत्यापन के बाद स्टेट नोडल अधिकारी द्वारा लाभार्थियों के खाते में धनराशि भेजी जाती है। अनुदान राशि तीन चरणों में दिया जाता। गर्भधारण के बाद पंजीकरण कराने पर प्रथम चरण में एक हजार, छह माह के भीतर प्रसव पूर्व जांच हेतु दो हजार, प्रसव के बाद 45 दिन के भीतर शिशु के टीकाकरण आदि के लिए दो हजार रुपये भुगतान किया जाता है। पहली बार गर्भ धारण करने वाली माताओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के साथ ही जननी सुरक्षा योजना का भी लाभ दिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में प्रसव होने पर 14 सौ और जिला अस्पताल में एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस संबंध में सीएमओ डा. रामजी पांडेय ने कहा की मातृत्व वंदना योजना के प्रचार व प्रसार की जिम्मेदारी प्रमुख रूप से आशा बहूओं की है। आशा ही गर्भवती महिला को अस्पताल लेकर आती हैं। गर्भवती का स्वास्थ्य परीक्षण आदि कराने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की होती है। अर्बन के आंकड़े अचंभित करने वाले है। नगर क्षेत्र की आशाओं को चेतावनी दी गई है।
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इनसेट
मातृत्व वंदना योजना में विकास खंडों की उपलब्धि
ब्लाक- जनसंख्या- लक्ष्य (31 मार्च 2020 तक)- लक्ष्य के सापेक्ष उपलब्धता-प्रतिशत
1-जौनपुर अर्बन-34658-5616-1138-20
2-सिरकोनी-185820-3003-1458-49
3-मड़ियाहूं-212125-3432-1874-55
4-केराकत-184101-2964-1711-58
5-खुटहन-217768-3510-2034-58
6-करंजाकला-244002-3939-2370-60
7-रामनगर-211027-3393-2070-61
8-सोंधी-311278-5031-3147-63
9-मछलीशहर-223974-3627-2259-62
10-महराजगंज-165807-2691-1798-67
11-सुईंथाकला-186954-3003-2081-69
12-मीरगंज-197879-3198-2387-75
13-रामनगर-207703-3354-2663-79
14-बदलापुर-229945-3705-3107-84
15-डोभी-168145-2730-2326-85
16-धर्मापुर-114643-1833-1611-88
17-जलालपुर-164804-2652-2357-89
18-बरसठी-198849-3198-2831-89
19-मुफ्तीगंज-127697-2067-1831-89
20-बक्शा-201696-3276-2926-89
21-सुजानगंज-210413-3393-3175-94
22-सिकरारा-183024-2964-2789-94
कुल-4494234-72579-49943-69