प्रखर वक्ता व कुशल राजनीतिज्ञ थे जेटली
-भाजपा पार्टी कार्यालय पर हुई शोक सभा में दी गई श्रद्धांजलि -वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को किया याद जागरण संवाददाता जौनपुर भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय पर सोमवार को भारत के पूर्व वित्त मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के असामयिक निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। इसमें पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शोक संवेदना व्यक्त किया।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय पर सोमवार को भारत के पूर्व वित्त मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के असामयिक निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। इसमें पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की।
पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष ईश्वरदेव सिंह ने कहा कि जेटली प्रखर वक्ता कुशल राजनीतिक व सुलझे हुए राजनेता थे। सदन में अपनी बात को इस प्रकार रखते थे कि विरोधी चाहकर भी विरोध नहीं कर पाता था। वरिष्ठ भाजपा नेता श्याम मोहन अग्रवाल ने कहा कि जेटली जी विद्यार्थी जीवन से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से सक्रिय रहे। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष और भारतीय राजनीति के क्षितिज पर रहे। पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि पार्टी के लिए संकट मोचक थे।
पूर्व जिलाध्यक्ष सुशील कुमार उपाध्याय ने कहा कि आज जो एक देश में एक कर की अवधारणा सरकार ने दी है, इसके निर्माण में जेटली की प्रमुख भूमिका थी। डा. नृपेंद्र सिंह ने कहा कि वे गरीबों की चिता करते थे। इसका उदाहरण उन्होंने अपने ड्राइवर व खाना बनाने वाले के बच्चों को उसी विद्यालय में पढ़ाया जिस विद्यालय में उनके बच्चे पढ़ते थे।
विधायक कैलाश चौधरी ने कहा कि सदन में पक्ष विपक्ष दोनों को बराबर का सम्मान देते थे। सांसद बीपी सरोज ने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री कानून के मर्मज्ञ थे। धारा 370, 35 ए का विवरण पत्र उनके द्वारा तैयार किया गया था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कहा कि अरुण जेटली के जीवन से एक- एक कार्यकर्ता को प्रेरणा लेनी चाहिए।
शोकसभा में राम सिंह मौर्य, किरण श्रीवास्तव, जनार्दन सिंह, संदीप तिवारी, सुशील मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, अमित श्रीवास्तव, मनोज दुबे, अभय राय, राजेश श्रीवास्तव बच्चा आदि मौजूद रहे।