इस्लाम देता है भाईचारा का पैगाम
शिया धर्मगुरु मौलाना फजले मुमता•ा ने कहा कि जब तक दुनिया रहेगी, तब तक लोगों की जुबां पर इमाम हुसैन का जिक्र होता रहेगा।
जासं, जौनपुर: शिया धर्मगुरु मौलाना फजले मुमता•ा ने कहा कि जब तक दुनिया रहेगी, तब तक लोगों की जुबां पर इमाम हुसैन का जिक्र होता रहेगा। कर्बला की जंग किसी सल्तनत के लिए नहीं बल्कि जुल्म और ज्यादती के खिलाफ इंसानियत की बका के लिए एक जेहाद था। इमाम हुसैन ने अपने नाना के दीन की खातिर सिर कटाना मंजूर किया, झुकाना नहीं। वह सब्जी मंडी में इमाम बारगाह दलेल खान में समाजसेवी सज्जाद हुसैन खान के इसाले सवाब की मजलिस को खेताब कर रहे थे। सोजख्वानी सैयद गौहर अली •ौदी व हमनवां ने किया। उन्होंने आज के दौर में इस्लाम को इत्तेहाद की सख्त जरूरत है, क्योंकि दुश्मन ताकतें इस्लाम पर अपना कब्जा जमाना चाहती हैं। सामाजिक कार्यकर्ता सरदार हुसैन खान बबलू ने आभार जताया। इस मौके पर एजा•ा हुसैन, इरशाद हुसैन, दाऊद हैदर, कमाल आ•ामी, मोहम्मद हलीम, नफीस अब्बास, ़कमर अब्बास आदि मौजूद रहे।