संविदाकर्मियों की हड़ताल से संकट बढ़ा, सप्लाई प्रभावित
वेतन भुगतान की मांग को लेकर विद्युत संविदा कर्मियों ने दूसरे दिन बुधवार को भी कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। विभाग के अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि आठ माह से वेतन न मिलने से परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। मजबूर होकर आंदोलन की राह पकड़ना पड़ा।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: वेतन भुगतान की मांग को लेकर विद्युत संविदा कर्मियों ने दूसरे दिन बुधवार को भी कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। विभाग के अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि आठ माह से वेतन न मिलने से परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। मजबूर होकर आंदोलन की राह पकड़ना पड़ा।
विद्युत मजदूर पंचायत के जिलाध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि विभाग में बाह्य एजेंसी के माध्यम से विद्युत उपकेंद्रों पर उपकेंद्र परिचालन एवं लाइन अनुरक्षण का कार्य कर रहे संविदा कर्मियों एवं कार्यालयों में कैश काउंटर पर तैनात कंप्यूटर आपरेटरों का भुगतान मानक के अनुरूप नहीं किया जा रहा था।
धरना सभा को प्रमुख रूप से महावीर सिंह, राज कुमार यादव, लक्ष्मीकांत, कमलेश यादव, विश्राम मौर्य, महेंद्र यादव आदि रहे। अध्यक्षता बीबी मिश्रा व संचालन संजय यादव ने किया। विद्युत आपूर्ति प्रभावित
खेतासराय : मानदेय भुगतान को लेकर संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से विद्युत आपूर्ति प्रभावित हो गई है। हड़ताली कर्मियों ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गई तो खराबी आने पर वह मरम्मत कार्य भी नहीं करेंगे।
विद्युत उपकेंद्र बादशाही व उपकेंद्र सोंगर पर करीब 15 संविदा कर्मी कार्य करते हैं वहीं 24 से अधिक डेलीवेजेज पर काम करते हैं। ऐसे में इन कर्मियों को सितंबर से मार्च तक का भुगतान नहीं किया गया है। भुगतान न होने से संविदा कर्मियों के समक्ष परिवार का भरण-पोषण करना असंभव हो गया है। ऐसी दशा में बाध्य होकर लोगों ने जहां विभाग को कोसते हुए कार्य बहिष्कार करके अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। मांग किया कि जब तक हमारे खाते में आरटीजीएस के माध्यम से रुपया नहीं आ जाता तब तक हम कार्य नहीं करेंगे। साथ ही क्षेत्र में कोई फाल्ट होती है तो उसमें भी रुचि नहीं लेंगे। धरने में प्रमुख रूप से जयप्रकाश, महाजन, राम आसरे, सुरेश, राजबहादुर, पवन, रामचंद्र, सतिराम आदि शामिल हैं।