नकल पर नकेल से अनुदानित विद्यालयों के आए अच्छे दिन
योगी राज में नकेल कसते ही अनुदानित विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के अच्छे दिन आ गए। यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम 2019 के नतीजे इसके प्रमाण हैं। एक दशक बाद परीक्षा में सख्ती से शिक्षकों की कमी और अन्य संसाधनों से जूझ रहे एडेड स्कूलों के मेधावियों टाप टेन की सूची में दबदबा कायम कर लिया है। नौनिहालों के परचम लहराने से अभिभावकों की मुस्कान भी लौट आई है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: योगी राज में नकेल कसते ही अनुदानित विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के अच्छे दिन आ गए। यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम 2019 के नतीजे इसके प्रमाण हैं। एक दशक बाद परीक्षा में सख्ती से शिक्षकों की कमी और अन्य संसाधनों से जूझ रहे एडेड स्कूलों के मेधावियों टाप टेन की सूची में दबदबा कायम कर लिया है। नौनिहालों के परचम लहराने से अभिभावकों की मुस्कान भी लौट आई है।
यूपी बोर्ड परीक्षा में जनपद के 602 विद्यालयों के कुल 193266 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें हाईस्कूल के 104501 और इंटरमीडिएट के 88766 परीक्षार्थी थे। जिले में परीक्षा के लिए 255 केंद्र बनाए गए थे। सीसी टीवी कैमरे की निगरानी में हुई कड़ाई के बावजूद इस बार परीक्षा परिणाम ने हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को फीलगुड कराया। अबकी 69.22 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सफलता मिली वहीं इंटरमीटिएट में मात्र 55.08 प्रतिशत ही पास हो सके। इतना ही नहीं तालीम की नगरी के रूप में प्रसिद्धि पाने वाले जनपद को यूपी के टापरों की सूची में स्थान नहीं मिल सका।
जनपद के टापटेन मेधावियों में अरसे बाद वित्तपोषित विद्यालयों के छात्रों ने परचम लहराया है। हाईस्कूल में सेंट थामस इंटर कालेज शाहगंज के जय कुमार ने 93.83 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रथम स्थान हासिल किया। वहीं श्रीगांधी स्मारक इंटर कालेज समोधपुर का दबदबा रहा। यहां के परीक्षार्थियों ने सूची में द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ स्थान पर कब्जा किया। वहीं इंटरमीडिएट में वाल्थर इंटरमीडिएट कालेज के अश्वनी मिश्रा 85.40 प्रतिशत अंक के साथ पहले पायदान पर रहे। जबकि तिलकधारी इंटर कालेज की ज्योति यादव 85.30 प्रतिशत अंक पाकर दूसरे और राम अधार यादव इंटर कालेज रसूलपुर की शिवानी यादव ने 85 प्रतिशत अंक हासिल करके तीसरा स्थान पाया है। ग्राम विकास इंटर कालेज खुटहन की जिज्ञासा तिवारी चौथे और केडीजे इंटर कालेज महराजगंज की अदीति जायसवाल ने पांचवें स्थान पर कब्जा किया। मेधावी टापरों की सूची में हाईस्कूल में दस में सात तो इंटरमीडिएट में दस में छह मेधावी वित्तपोषित विद्यालयों के छात्र हैं।