वैज्ञानिक विधि से खेती कर पाएं कम लागत में अधिक मुनाफा
कृषि विज्ञान केंद्र बक्शा पर सोमवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर 32 प्रगतिशील किसानों को जिलाधिकारी ने सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तकनीक से खेती करके किसान कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त करें। इस मौके पर आयोजित किसान मेले विभिन्न विभागों ने स्टाल लगाकर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं व आधुनिक खेती बागवानी के गुर बताए।
जागरण संवाददाता, नौपेड़वा (जौनपुर): कृषि विज्ञान केंद्र बक्शा पर सोमवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर 32 प्रगतिशील किसानों को जिलाधिकारी ने सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तकनीक से खेती करके किसान कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। इस मौके पर आयोजित किसान मेले में विभिन्न विभागों ने स्टाल लगाकर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं व आधुनिक खेती, बागवानी के गुर बताए गये।
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि किसान वैज्ञानिक तकनीक से खेती करके कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही किसान मृदा परीक्षण अवश्य कराएं। कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं वे कमजोर होंगे तो देश कमजोर होगा। महिला व पुरुष किसानों की भीड़ से गदगद जिलाधिकारी ने लोगों के बीच किसान सम्मान निधि के तहत पौने छह लाख किसानों को लाभ देने का जिक्र करते हुए छूटे हुए लोगों को आवेदन करने की बात कही। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड, पशुपालन एवं मत्स्य पालन की जानकारी व उससे लाभ बताए। उन्होंने यूरिया के सरकारी दाम पर ही लेने हेतु किसानों को सजग किया। जिलाधिकारी ने बिदुवार धान की खेती, पशुपालन, वरासत एवं माइनर सफाई जांच की भी जानकारी प्रदान की। जिलाधिकारी ने गेहूं उत्पादन में किसान मनोज कुमार सिंह एवं कुसुम को सम्मानित किया।
मुख्य विकास अधिकारी गौरव वर्मा ने किसानों को जागरूक रहने की सलाह देते हुए कुल 32 प्रगतिशील किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके पूर्व उपकृषि निदेशक जय प्रकाश, जिला उद्यान अधिकारी हरिशंकर, डा. सुरेश कुमार कनौजिया, जिला कृषि अधिकारी अमित चौबे, ब्लाक प्रमुख सजल सिंह, पूर्व प्रमुख जयप्रकाश सिंह राना, भाजपा जिला उपाध्यक्ष पकंज मिश्र आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन आत्मा डिप्टी डा. रमेशचन्द्र यादव ने किया। मेले में कृषि विभाग, पशु विभाग, मधुमक्खी, रेशम, भूमि संरक्षण, इफ्को, वन विभाग, गन्ना विभाग, यूबीआइ बैंक, उद्यान विभाग आदि द्वारा स्टाल लगाया गया था।