राष्ट्रीय बागवानी मिशन से लहसुन बाहर, फूल की खेती का नहीं आया लक्ष्य
जागरण संवाददाता जौनपुर किसानों की आय बढ़ाने को चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्र
जागरण संवाददाता, जौनपुर: किसानों की आय बढ़ाने को चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय बागवानी मिशन पर ग्रहण लग गया है। कोरोना महामारी काल से उबरने के बाद भी योजना से जहां लहसुन की खेती को बाहर कर दिया गया वहीं फूल की खेती का भी इस साल लक्ष्य नहीं आया। इतना ही नहीं महंगी हुई प्याज की खेती का भी दायरा काफी कम कर दिया गया है। हालांकि अभी उद्यान विभाग किसानों का चयन कर बजट आने का इंतजार कर रहा है।
केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रयासरत है। उद्यान व कृषि विभाग की ओर से फसल का उत्पादन बढ़ाने के साथ बागवानी, फूल व मसाला की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिला औद्यानिक मिशन योजना के तहत सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए फूलों की व्यावसायिक खेती व बागवानी के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। योजना के तहत जिले में बागवानी के साथ ही फूलों की खेती के लिए कार्ययोजना तैयार कर प्रस्ताव भेजा गया था। इसमें विभाग ने लहसुन के लिए 20 हेक्टेयर, प्याज को 25 हेक्टेयर और गेंदा की खेती के लिए 15 हेक्टेयर का प्लान भेजा था। इसमें सरकार से फूल व लहसुन की खेती के लिए स्वीकृति नहीं मिली। वहीं प्याज की खेती का दायरा भी दस हेक्टेयर कम कर दिया गया है। इस साल सिर्फ 15 हेक्टेयर में ब्याज की खेती की जाएगी।
---------------------------
किसानों की आय को बढ़ाने के लिए बदलाव किया जा रहा है। नई तकनीक से खेती के लिए किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि व उद्यान विभाग गोष्ठी का आयोजन भी समय-समय पर करता है, जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है। इस बार 15 हेक्टेयर प्याज की खेती का लक्ष्य आया है। लहसुन व फूल के लिए कोई लक्ष्य नहीं आया है। प्याज की खेती के लिए किसानों का चयन कर तैयारी शुरू कर दी गई है।
-हरि शंकर, जिला उद्यान अधिकारी।