ईद मिलादुन्नबी के जलसे में दिखी गंगा जमुनी तहजीब
बक्शा विकास खण्ड के कर्तिहा गांव से जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस मंगलवार की शाम निकला। जुलूस में शामिल हाथी ऊंट एवं घोड़ों के साथ चल रही विभिन्न अंजुमनों के साथ हिन्दू-मुस्लिम एकता की गंगा-जमुनी तहजीब देखने को मिली।
जागरण संवाददाता, नौपेड़वा (जौनपुर): बक्शा विकास खण्ड के कर्तिहा गांव से जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस मंगलवार की शाम निकला। जुलूस में शामिल हाथी, ऊंट एवं घोड़ों के साथ चल रही विभिन्न अंजुमनों के साथ हिन्दू-मुस्लिम एकता की गंगा-जमुनी तहजीब देखने को मिली। जलसे का आगाज नूरी मस्जिद भकड़ी से सुबह आठ बजे हुआ। मौलाना मोहम्मद असलम ने हजरत मोहम्मद के जीवन पर प्रकाश डाला।
महबूब उस्ताद के बच्चों ने लकड़ी के करतब दिखा लोगों को दांतों तले अगुंली दबाने को विवश कर दिया। कार्तिहा गांव में कासिद प्रधान की देखरेख में जुलूस नौपेड़वा बाजार की तरफ रवाना हुआ। रास्ते मे अंजुमनें करतब दिखाते हुए नौपेड़वा स्थित गोरी शहीद बाबा मजार पहुंची। देर शाम एकत्रित अंजुमनों में अंजुमन सिद्दिकिया कर्तिहा, अंजुमन फैजाने रजा भकड़ी, न्यू अखाड़ा उदइपुर अमरगढ़, अखाड़ा सरताज कटघरा, अखाड़ा फतेह मोबिन हमाम दरवाजा जौनपुर एवं अंजुमन फारुकिया पुराहेमू मई, बक्शा एवं बेलापार की अंजुमनों में शामिल सैकड़ो लोग जुलूस की शक्ल में कर्तिहा पहुंचे। वहां पहले से मौजूद हाथी, ऊंट एवं घोड़ों को कतारबद्ध खड़ा कर रन्नो के लिए प्रस्थान कराया गया। जुलूस नौपेड़वा होते हुए देर रात्रि रन्नो ईदगाह पहुंचा।
इस दौरान मौलाना रिजवान, मोहम्मद सलीम, सूर्य प्रकाश चौबे, रफीक, तनवीर, राहुल सिंह, दीप प्रकाश चौबे, मोहम्मद अरबाज, परवेज आलम आदि मौजूद रहे। सुरक्षा हेतु थानाध्यक्ष बक्शा शशिचंद चौधरी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।