फ्लाप रहा संपूर्ण समाधान दिवस, निराश लौटे 581 फरियादी
सभी तहसीलों में मंगलवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस फ्लाप रहा। त्वरित न्याय पाने के लिए आस लगाए कतार में खड़े 642 फरियादियों ने अधिकारियों से गुहार लगाई। इसमें 5
जागरण संवाददाता, जौनपुर : सभी तहसीलों में मंगलवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस फ्लाप रहा। त्वरित न्याय पाने के लिए आस लगाए कतार में खड़े 642 फरियादियों ने अधिकारियों से गुहार लगाई। इसमें 581 को निराशा हाथ लगी। जिनमें ज्यादातर भूमि विवाद से जुड़े मामले रहे। जिन्हें आश्वासन देकर अधिकारी वापस भेज दिया, हालांकि पूरे दिन में अधिकारियों की फौज मिलकर 61 जन शिकायती प्रार्थना पत्र को हल कर सकी।
केराकत तहसील में जिलाधिकारी अर¨वद मलप्पा बंगारी की अध्यक्षता में आयोजन किया गया। एसपी दिनेश पाल ¨सह सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी में 187 पीड़ितों ने गुहार लगाई। इसमें महज आठ पीड़ितों को तत्काल न्याय मिल सका। इसी तरह सभी तहसीलों में संबंधित उपजिलाधिकारियों की अगुवाई में आयोजन किया गया। इसमें मछलीशहर 101 में 7, मड़ियाहूं 128 में 12, शाहगंज 78 में 17, सदर 75 में 12 और बदलापुर तहसील में 73 प्रार्थना पत्र में 5 मामलों को ही अधिकारी हल कर सके, जबकि इन सभी तहसीलों से कुल 581 फरियादियों को निराश होकर लौटना पड़ा। कहां से लौटे कितने फरियादी
केराकत-179
मड़ियाहूं-116
मछलीशहर-94
बदलापुर-68
शाहगंज-61
सदर-63 राजस्व विभाग से जुड़ी शिकायतों को देख डीएम नाराज
केराकत तहसील में डीएम फरियादियों की समस्या सुन रहे थे। यहां ज्यादातर मामले राजस्व विभाग से ही आई। इसे लेकर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। साथ ही जल्द से जल्द लंबित सभी प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराने को संबंधित अधिकारियों से कहा। पूर्व डीआईजी पर सरकारी भूमि कब्जा करने का आरोपटिसौरी निवासी भानुप्रताप ¨सह मंगलवार को केराकत तहसील पहुंचे। जिलाधिकारी से उन्होंने शिकायत किया कि गांव के ही निवासी व पूर्व डीआइजी कृपाशंकर ¨सह के खिलाफ सरकारी भूमि पर कब्जे का आरोप लगाया। हर बार करता हूं शिकायत, नहीं होती सुनवाई
दैनिक जागरण ने संपूर्ण समाधान दिवस के आयोजन की सच्चाई एक बार फिर जानने की कोशिश की। केराकत में डीएम से शिकायत करने आए कुछ फरियादियों से बातचीत की। देवकली निवासी रामसूरत ने आरोप लगाया कि घर तक जाने के रास्ते की समस्या जस की तस बनी हुई है, जबकि इसकी शिकायत पहले लगे संपूर्ण समाधान दिवस में कर चुका हूं, ¨कतु अभी तक समस्या का निस्तारण नहीं हो सका। इसी तरह पसेवा गांव के पूर्णमासी विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि मेरी जमीन में पड़ोसी जबरदस्ती मकान का निर्माण कर रहे हैं। गुहार लगाने के बाद भी कहीं सुनवाई नहीं हुई। झूला कंपनी की शिकायत
डीएम से बांसबारी गांव निवासी रंजना ¨सह ने गुहार लगाई। आरोप लगाया कि झूला वनस्पति कंपनी नाऊपुर में कार्यरत पति नवीन ¨सह की कास्टिक टैंक में झुलसने से हुई मौत के बाद अभी तक क्षतिपूर्ति नहीं मिली है, जबकि हाईकोर्ट का आदेश होने के बाद भी कंपनी प्रबंधन द्वारा हीलाहवाली किया जा रहा है। तहसीलदार का फर्जी हस्ताक्षर बनाने का आरोप
अब तक अधिकारियों की मुहर फर्जी होने की बातें सामने आती थी, ¨कतु अब उनके हस्ताक्षर भी फर्जी किए जा रहे हैं। एक ऐसा ही चौकाने वाला मामला डीएम के सामने पहुंचा। केराकत तहसील में सिहौली निवासी रामप्रसाद ने डीएम से गुहार लगाई। आरोप लगाया कि पड़ोसी भूमि विवाद में तहसीलदार का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर मामले के उलझाया हुए हैं। इस पर जांच कर कार्रवाई करने का डीएम ने आश्वासन दिया।