वीआईपी ट्रेनों के संचालन के बाद भी सुविधाएं नदारद
सिटी रेलवे स्टेशन को हाईटेक करने का प्रस्ताव धूल फांक रहा है। इस स्टेशन से श्रमजीवी व महामना जैसी वीआइपी ट्रेनों को चलाया तो जा रहा है लेकिन स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं का ध्यान किसी को नहीं।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: सिटी रेलवे स्टेशन को हाईटेक करने का प्रस्ताव धूल फांक रहा है। इस स्टेशन से श्रमजीवी व महामना जैसी वीआइपी ट्रेनों को चलाया तो जा रहा है, लेकिन स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं का ध्यान किसी को नहीं। यहां बीते तीन महीने से पानी नहीं आ रहा है। स्टेशन पर उखड़े प्लेटफार्म से ट्रेन पकड़ने के चक्कर में यात्री आए दिन घायल हो रहे हैं। भीड़ बढ़ने पर कई बार यात्रियों को बैठने तक की जगह नहीं मिल पाती।
सिटी स्टेशन से रोजाना तकरीबन दो हजार यात्री सफर करते हैं, जबकि यहां से 10 से 15 एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन होता है। दूर दराज से आने वाले मुसाफिरों को स्टेशन पर पानी नसीब नहीं होता। स्टेशन पर बड़ी बोरिग हुई तो जरूर, लेकिन वह फेल हो गई। इसके बाद इसे ठीक कराने की जरूरत नहीं समझी गई। तीन महीने से यहां एक बूंद पानी नहीं है। मजबूरी में यात्रियों को पानी भी खरीद कर पीना पड़ रहा है। प्लेटफार्म पर लगे पत्थर जगह-जगह से उखड़ गए हैं, जिससे सबसे अधिक दिक्कत महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गो को होती है। स्टेशन पर सुविधाएं बढ़ाने को लेकर अधिकारियों ने कई बार निरीक्षण भी किया, लेकिन हुआ कुछ नहीं। स्टेशन पर चारो तरफ अव्यवस्था का आलम है।
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सिटी स्टेशन को कई चरणों में बेहतर बनाया जाना है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय भेजा गया है। पानी की समस्या को लेकर जानकारी नहीं थी। सबसे पहले प्राथमिकता के आधार पर इसकी व्यवस्था कराई जाएगी। उम्मीद है कि एक महीने के अंदर काफी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा।
ललित कुमार, एईएन