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जाैनपुर में गोमती और सई का प्रवाह अविरल-निर्मल बनाने में मदद करेगा ड्रोन, अमृत सरोवरों को भी मिल सकती संजीवनी

जौनपुर जिले की जीवनरेखा मानी जाने वाली गोमती व सई नदी का प्रवाह अविरल-निर्मल बनाने को अब ड्रोन की मदद ली जाएगी। जिला प्रशासन ने यह निर्णय गोमती के अस्तित्व पर बढ़ रहे संकट को देखते हुए लिया है।

By Amardeep SrivastavaEdited By: Saurabh ChakravartyPublished: Sun, 02 Oct 2022 10:23 PM (IST)Updated: Sun, 02 Oct 2022 10:23 PM (IST)
जाैनपुर में गोमती और सई का प्रवाह अविरल-निर्मल बनाने में मदद करेगा ड्रोन, अमृत सरोवरों को भी मिल सकती संजीवनी
जाैनपुर में गोमती और सई का प्रवाह अविरल-निर्मल बनाने में मदद करेगा ड्रोन

जागरण संवाददाता, जौनपुर: जिले की जीवनरेखा मानी जाने वाली गोमती व सई नदी का प्रवाह अविरल-निर्मल बनाने को अब ड्रोन की मदद ली जाएगी। जिला प्रशासन ने यह निर्णय गोमती के अस्तित्व पर बढ़ रहे संकट को देखते हुए लिया है।

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ड्रोन कैमरों के माध्यम से नदी के लिए खतरा बन चुके स्थानों का पता लगाया जाएगा। लगातार गिर रहे जलस्तर को सुधारने के लिए दोनों नदियों के एक किलोमीटर के आस-पास वाले क्षेत्रों को तालाबों से जोड़ा जाएगा। गोमती-सई का प्रवाह थमे नहीं, इसके लिए रिचार्ज प्वाइंट भी बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। पहले इसकी जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को दी गई थी, जिसमें अब मनरेगा को भी जोड़ दिया गया है। एक माह में सर्वे कराकर इसकी समीक्षा रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगा, ताकि दोनों नदियों की बेहतरी की दिशा में सार्थक कदम उठाए जा सकें।

एनजीटी ने भी जताई है चिंता

ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ रहे असर पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने भी चिंता जताई है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार से इसके समाधान पर विचार करने को कहा है। इसे लेकर नदियों का सर्वे कर संकट वाले स्थान को चिन्हित कर उसे सुधारने की योजना बनाई जा रही है। इस मुहिम में ड्रोन कैमरों की मदद ली जानी है। कैमरों के माध्यम से संकट वाले स्थान को चिन्हित कर उसे सुधारने का कार्य किया जाएगा। ड्रोन से आसानी से उन स्थानों की रिपोर्ट ली जा सकेगी, जहां पहुंचना मुश्किल है।

अमृत सरोवरों को भी मिल सकती है संजीवनी

इस प्रयास से अमृत सरोवरों को भी संजीवनी मिल सकती है। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र करना होगा कि ऐसे कितने अमृत सरोवर हैं, जो गोमती अथवा सई के इर्द-गिर्द हैं। इसका प्रयोग जल संचयन के लिए रिचार्ज सेंटर के रूप में किया जाएगा।

दो नदियों का हुआ चुनाव

चार प्रमुख नदियों के शहर जौनपुर में दो नदियों का चुनाव हुआ है, जिसमें गोमती व सई नदी शामिल है। जिले में गोमती की लंबाई लगभग 120 किमी, जबकि सई 80 किमी है। कुल मिलाकर दो सौ किमी नदियों का सर्वे किया जाना है। इसके लिए पहले भी प्रयास किए गए थे, जिसे जल्द ही मूर्त ही रूप दिया जाएगा।

इस प्रयास से नदियों का अस्तित्व तो निखरेगा

इस प्रयास से नदियों का अस्तित्व तो निखरेगा ही जल संचयन की पहल को भी मजबूती मिलेगी। योजना को अमल में लाने को जरूरी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है।

-भूपेंद्र सिंह, उपायुक्त मनरेगा।


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