डा. रजनीश कांड से लखपति बनने का पाल रखा था इरादा!
रमेश सोनी, जौनपुर शादी-विवाह और बर्थ-डे आदि मौकों पर लोगों के घरों में गुब्बारे लगा
रमेश सोनी, जौनपुर
शादी-विवाह और बर्थ-डे आदि मौकों पर लोगों के घरों में गुब्बारे लगाने वाले सौरभ शर्मा ने पहले कोई अपराध नहीं किया था। उसके विरुद्ध मारपीट तक का कोई मामला किसी थाने में पंजीकृत नहीं था। करीब दो महीने पहले माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी के नाम पर शहर के प्रख्यात सर्जन डा. रजनीश से एक करोड़ की मांग व उनके चुपके से पचास लाख रुपये दे देने की घटना से सौरभ शर्मा के शातिर दिमाग में इस तरह रातों-रात लखपति बनने का ख्याल आया। इसके बाद उसने योजना बनानी शुरु कर दी। पेशेवर अपराधी न होने के कारण सौरभ शर्मा ने जो गलतियां कीं उनके चलते 20 घंटे के भीतर वह जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया।
लाइन बाजार थाना क्षेत्र के हुसेनाबाद भदेसर निवासी सौरभ की मां सुनीता शर्मा शहर के पॉलीटेक्निक चौराहा स्थित एपेक्स आइ हास्पिटल के संचालक प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. एनके ¨सह के यहां स्टाफ के तौर पर काम करती है। उसकी मां के पास डा. एनके ¨सह की पत्नी ममता ¨सह का मोबाइल फोन नंबर भी मौजूद था। डा. एनके ¨सह के बेटे के जन्मदिन पर मां के जरिए एक बार उसे बैलून लगाने का मौका मिला था। बात ही बात में वह मां से डा. एनके ¨सह की पूरी दिनचर्या आसानी से जान लेता था। फिर क्या था उसने डा. एनके ¨सह से ही रंगदारी मांगकर रातों-रात लखपति बनने की सोच ली। सौरभ शर्मा ने ममता ¨सह के पास पहले गुरुवार की दोपहर एसएमएस भेज सोमवार तक रंगदारी के तौर पर 60 लाख रुपये की मांग कर डा. एनके ¨सह व परिजनों को ¨चतित कर दिया। शाम को फिर उसने जो एसएमएस भेजा उसमें जो बातें लिखीं उससे वह खुद जाल में फंस गया। एसएमएस पढ़ते ही डा. एनके ¨सह भांप गए कि यह हरकत किसी ऐसे व्यक्ति की है जो उनकी पूरी दिनचर्या की अच्छी तरह परिचित है। तभी डा. एनके ¨सह का ध्यान स्टाफ की तरफ गया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जिला शाखा के अध्यक्ष डा. एनके ¨सह ने एसपी दिनेश पाल ¨सह से भेंटकर पूरे प्रकरण की जानकारी दी। एसपी ने तुरंत शहर कोतवाल और क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम को मामले का खुलासा कर रंगदारी मांगने वाले को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। रात में ही रंगदारी मांगने वाले का नंबर सर्विलांस के सहारे पुलिस ने चिह्नित कर लिया, सुबह होते ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। पेशेवर अपराधी न होने के कारण की गई चूक ने ही उसे कुछ ही घंटों में जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
पुलिस की तारीफ के बांधे पुल
डा. एनके ¨सह रंगदारी मांगने के आरोपित को कुछ ही घंटे के भीतर पकड़ लिए जाने पर एसपी दिनेश पाल ¨सह व उनके मातहतों की तारीफ के पुल बांधते नहीं अघा रहे हैं। वह कहते हैं प्रकरण संज्ञान में लाए जाने के बाद पुलिस ने जिस तेजी से सब कुछ किया इसकी कल्पना नहीं की थी।