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मानसिक बीमारी को न समझें पागलपन

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर बुधवार को जगह-जगह गोष्ठियों का आयोजन किया गया। इस मौके पर बीमारी के कारण, लक्षण व उपचार पर विचार-विमर्श किया गया। मानसिक रोग विशेषज्ञ डा. हरिनाथ यादव ने कहा कि जब किसी व्यक्ति की भावनाएं, विचार अथवा व्यवहार दूसरे लोगों के लिए समस्या बन जाए तो उस व्यक्ति के मानसिक बीमारी से ग्रस्त होने के लक्षण हो सकते हैं। इस बीमारी को कत्तई पागलपन न समझें।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Oct 2018 12:18 AM (IST)Updated: Thu, 11 Oct 2018 12:18 AM (IST)
मानसिक बीमारी को न समझें पागलपन
मानसिक बीमारी को न समझें पागलपन

जागरण संवाददाता, जौनपुर : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर बुधवार को जगह-जगह गोष्ठियों का आयोजन किया गया। इस मौके पर बीमारी के कारण, लक्षण व उपचार पर विचार-विमर्श किया गया। मानसिक रोग विशेषज्ञ डा. हरिनाथ यादव ने कहा कि जब किसी व्यक्ति की भावनाएं, विचार अथवा व्यवहार दूसरे लोगों के लिए समस्या बन जाए तो उस व्यक्ति के मानसिक बीमारी से ग्रस्त होने के लक्षण हो सकते हैं। इस बीमारी को कत्तई पागलपन न समझें।

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डा. यादव ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में करीब 45 करोड़ व्यक्ति मानसिक बीमारी या तंत्रिका संबंधी समस्याओं से ग्रस्त हैं। समुचित जानकारी के अभाव में लोग इस ओर ध्यान नहीं देते जिससे यह गंभीर रूप धारण कर लेती है।

इसी क्रम में नगर के सिटी रेलवे स्टेशन के समीप माइंड केयर क्लीनिक पर विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर शिविर लगाकर मरीजों का परीक्षण किया गया। चिकित्सक डा. दिनेश पांडेय ने बताया वर्तमान में डिप्रेशन की समस्या बढ़ गई है। इसका प्रमुख कारण तनाव है।


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