विश्वविद्यालय में कोविड अस्पताल बनाने का शुरू हुआ विरोध
वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर में स्थित रविद्रनाथ टैगोर पीजी छात्रावास को कोविड एल-1 अस्पताल बनाये जाने के जिलाधिकारी के अधिग्रहण कार्यवाही के खिलाफ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विरोध शुरू कर दिया है।
जासं, मल्हनी (जौनपुर): वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर स्थित रविद्र नाथ टैगोर पीजी छात्रावास को कोविड एल-1 अस्पताल बनाए जाने का विरोध शुरू हो गया है। जिलाधिकारी के अधिग्रहण कार्रवाई के खिलाफ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विरोध भी शुरू कर दिया है। कहा कि इस महामारी के लिए परिसर में अस्पताल कत्तई ठीक नहीं है। कहा कि प्रशासन ने अगर अपना फैसला नहीं बदला तो आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
विवि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा.विजय कुमार सिंह व महामंत्री डा.राहुल कुमार सिंह, परिसर शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. बीबी तिवारी और महामंत्री डा. राजकुमार ने कहा है कि गत तीन-चार दिनों से विवि के अनुरोध को दरकिनार करते हुए डीएम की एकतऱफा कार्रवाई से परिसर वासियों, कर्मचारियों, छात्रों एवं स्थानीय जनता में रोष व्याप्त है। कहा है कि जनपद में सीमा पर ऐसे तमाम अस्पताल, महाविद्यालय एवं अन्य संस्थान हैं जिनके परिसर आवासीय प्रवृति के नहीं हैं। उन्हें ऐसा अस्पताल बनाया जा सकता है। विवि एक आवासीय परिसर है। जिसमें लगभग पांच हजार लोग प्रवास करते हैं। अस्पताल बन जाने से परिसरवासियों, कर्मचारियों एवं छात्रों के बीच संक्रमण का खतरा सदा बना रहेगा। इस विषय में उच्च स्तरीय प्रत्यावेदन उत्तर प्रदेश शासन को भी भेजा गया है। कोविड अस्पताल बन जाने से विवि के आगामी सत्र में प्रवेश, वर्तमान समय की परीक्षा, मूल्यांकन एवं परीक्षा परिणाम प्रभावित होंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. वीडी शर्मा, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो.राम नारायण, डा. मनीष कुमार गुप्ता, डा. अमरेन्द्र कुमार सिंह, डा. अलोक दास, राजीव कुमार आदि ने इस निर्णय पर रोष जताया है।