Move to Jagran APP

अमिलिया घाट पुल का विवाद सुलझाने पहुंचे जिलाधिकारी

विधायक बदलापुर रमेश चंद्र मिश्र की पहल पर शनिवार को गोमती नदी स्थित अमिलिया घाट पुल तक पहुंच मार्ग का विवाद सुलझाने दोनों जिलों का प्रशासनिक अमला जुटा। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह व एसडहीएम कादीपुर (सुल्तानपुर) महेंद्रनाथ सिंह ने विधायक बदलापुर व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की उपस्थिति में सारे मामले को सुना। फिलहाल डीएम ने जिलाधिकारी सुल्तानपुर से बात कर जल्द मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 11:30 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 12:24 AM (IST)
अमिलिया घाट पुल का विवाद सुलझाने पहुंचे जिलाधिकारी
अमिलिया घाट पुल का विवाद सुलझाने पहुंचे जिलाधिकारी

जागरण संवाददाता, सरपतहां (जौनपुर) : विधायक बदलापुर रमेश चंद्र मिश्र की पहल पर शनिवार को गोमती नदी स्थित अमिलिया घाट पुल तक पहुंच मार्ग का विवाद सुलझाने दोनों जिलों का प्रशासनिक अमला जुटा। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह व एसडीएम कादीपुर (सुल्तानपुर) महेंद्रनाथ सिंह ने विधायक बदलापुर व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की उपस्थिति में सारे मामले को सुना। फिलहाल डीएम ने जिलाधिकारी सुल्तानपुर से बात कर जल्द मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया है।

loksabha election banner

सुल्तानपुर जिले की कादीपुर तहसील अंतर्गत अमिलिया घाट पर गोमती नदी पर करोड़ों की लागत से निर्मित पुल बीते पांच वर्षों से पहुंच मार्ग के विवाद के चलते सफेद हाथी साबित हो रहा है। नदी के दक्षिणी किनारे पर जौनपुर जिला स्थित है, जबकि उत्तरी किनारे पर सुल्तानपुर जिला है। उत्तरी किनारे पर कुछ किसानों की मुआवजे की आपत्ति को लेकर मामला उलझा हुआ है। पुल के उत्तरी किनारे पर अमिलिया गांव स्थित है। यहां किसानों का आरोप है कि लोक निर्माण विभाग व सेतु निगम ने लगभग डेढ़ दर्जन किसानों को उचित मुआवजा ही नहीं दिया है। डीएम ने एसडीएम कादीपुर व सहायक अभियंता एस के सिंह आदि की उपस्थिति में मामले से जुड़े किसानों की आपत्ति सुन इसे जल्द निस्तारित करने का भरोसा दिया।

सुइथाकलां पहुंच लिया विकास का जायजा

इसके बाद डीएम अचानक विकास खंड सुइथाकलां पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने गोशाला, प्राथमिक विद्यालय में उपस्थिति तथा ब्लाक कार्यालय का निरीक्षण किया। शाम तीन बजे डीएम की गाड़ी अचानक विकास खंड कार्यालय पहुंची। वहां चल रहे निर्माण कार्य को देख न सिर्फ प्रधान ललित दीक्षित की पीठ थपथपाई, बल्कि ग्रामीणों के सामने ही उन्हें जिला मुख्यालय बुलाकर सम्मानित करने की भी बात कही। वापसी में डीएम प्राथमिक विद्यालय रुधौली पहुंचे जहां नामांकन तो 107 बच्चों का था लेकिन उपस्थिति मात्र 65 की देख कारण पूछा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.