जगह-जगह गंदगी, राह चलना मुश्किल
नगर पंचायत बदलापुर में गंदगी का ढेर लोगों की परेशानी का सबब बन गया है। इससे मोहल्ले के लोगों का जीना जहां दूभर हो गया है। साथ ही संक्रामक रोग भी बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, बदलापुर (जौनपुर) : नगर पंचायत बदलापुर में गंदगी का ढेर लोगों की परेशानी का सबब बन गया है। इससे मोहल्ले के लोगों का जीना जहां दूभर हो गया है। साथ ही संक्रामक रोग भी बढ़ रहा है।
नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड है। विकास का पहिया ग्राम पंचायत की ही तर्ज पर चल रहा है। मुख्य बाजार तो नगर पंचायत जैसा दिखता है, लेकिन जिन गांवों को मिलाकर नगर पंचायत बना है वहां की हालत बद से बदतर है। सबसे अधिक परेशानी गंदगी व कूड़े के ढेर से है, जिसके चलते सबसे ज्यादा धन लोग स्वास्थ्य पर खर्च कर रहे हैं।
वार्ड नंबर पांच के निवासी शिक्षक राम¨सह कहते हैं कि गंदगी के चलते जीना दूभर हो गया है। सफाई कर्मी सिर्फ सड़कों पर ही सफाई करते हैं। सरोखनपुर वार्ड निवासी सत्यम मोदनवाल ने कहा कि टाउन में जगह-जगह कूड़ादान तो रखा गया है, लेकिन समय से न उठाए जाने से गंदगी सड़कों तक फैल जाती है। वार्ड नंबर आठ भलुआहीं के ¨प्रस कुमार ¨सह ने बताया कि बजबजाती नालियां व गंदगी से लोग त्रस्त हैं। दुर्गंध से जीना दूभर हो गया है। इसी तरह योगेश पांडेय कहते हैं कि रेलवे लाइन के किनारे की कालोनियों की दशा से सबसे खराब है। यहां जाम व बजबजाती नालियां से कालोनी के लोगों के लिए ¨चता का विषय बना है।आरोप लगाया कि मांग के बावजूद समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है। भलुआहीं वार्ड निवासी अधिवक्ता पवन पांडेय कहते हैं कि कालोनी में नाली तो बना दी गई, लेकिन उसके पानी को निकालने के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके चलते नाली में पानी जमा होने से जीना दूभर हो गया है। इसके लिए कई बार
प्रार्थना पत्र भी दे चुका हूं, फिर भी कोई समाधान नहीं हुआ। क्या बोले सभासद
वार्ड नंबर आठ भलुआहीं के सभासद हरिश्चंद्र चौरसिया कहते हैं कि स्वच्छता व सफाई को लेकर पूरी तरह सजग रहता हूं। प्रयास भी रहता है कि हमारा वार्ड साफ-सुथरा रहे, लेकिन नई नगर पंचायत होने के कारण अभी परेशानी हो रही है। धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा।इसी तरह वार्ड नंबर सात पुरानी बाजार के सभासद विनोद शर्मा कहा कि वार्ड की स्वच्छता के लिए गंभीर रहता हूं। प्रयास भी अच्छा करने का है। हमारे वार्ड में नगर पंचायत से कंटेनर मांगने के बावजूद अब तक नहीं दिया गया। इसके चलते जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ।