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सबका साथ सबका विकास पं. दीनदयाल की थी अवधारणा

सबका साथ सबका विकास की अवधारणा पं.दीनदयाल उपाध्याय की सोच थी। उनका मानना था कि जब समाज का सबसे दबा-कुचला व्यक्ति शीर्ष पर होगा तो समग्र विकास के क्रम में काम होगा। ऐसा न करने वाले समाज व देश का विकास संभव नहीं है। यह बातें उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम डा.दिनेश शर्मा ने शनिवार को पूर्वांचल विश्वविद्यालय में महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में कही। जिसका विषय समसामयिक परि²श्य में एकात्म मानववाद रहा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 10:07 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 10:07 PM (IST)
सबका साथ सबका विकास पं. दीनदयाल की थी अवधारणा
सबका साथ सबका विकास पं. दीनदयाल की थी अवधारणा

जागरण संवाददाता, जौनपुर : सबका साथ सबका विकास की अवधारणा पं.दीनदयाल उपाध्याय की सोच थी। उनका मानना था कि जब समाज का सबसे दबा-कुचला व्यक्ति शीर्ष पर होगा तो समग्र विकास के क्रम में काम होगा। ऐसा न करने वाले समाज व देश का विकास संभव नहीं है।

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यह बातें प्रदेश के डिप्टी सीएम डा.दिनेश शर्मा ने शनिवार को पूर्वांचल विश्वविद्यालय में महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में कही। जिसका विषय समसामयिक परि²श्य में एकात्म मानववाद रहा।

इसके पूर्व उन्होंने संकाय भवन परिसर में पहुंचकर पं.दीनदयाल उपाध्याय के मूर्ति का अनावरण किया।

विशिष्ट अतिथि नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि शोधपीठ की स्थापना व पं.दीन दयाल की मूर्ति का अनावरण हुआ, यह बहुत ही गौरव की बात है। अब विश्वविद्यालय परिसर में छात्र पांच वर्षीय बीए एलएलबी, फिजिक्स, मैथ, केमेस्ट्री, जूलॉजी में पीजी की शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। अभी तक यहां पर शोधपीठ की स्थापना नहीं थी।

विशिष्ट अतिथि अरुंधती वशिष्ठ अनुसंधान पीठ इलाहाबाद के राष्ट्रीय संयोजक डा.चंद्रप्रकाश ¨सह ने कहा कि जौनपुर पं.दीनदयाल उपाध्याय के राजनीति की कर्मभूमि रही है। उनके द्वारा जो राजनीति का मापदंड स्थापित किया गया, वह शताब्दियों तक याद किया जाएगा।

पं.दीनदयाल ने मानव सुख के चार आवश्यकताओं की चर्चा हैं। इसमें मनुष्य के शरीर, मन, बुद्धि व आत्मा के आवश्यकताओं की पूर्ति, विविध कामनाओं से होती है। मंच पर मछलीशहर सांदस रामचरित्र निषाद, जफराबाद विधायक डा.हरेंद्र प्रसाद ¨सह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील उपाध्याय, एमएलसी बृजेश ¨सह ¨प्रसू उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कुलपति प्रो.आरआर यादव ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्रम भेंट किया। कार्यक्रम की शुरुआत में डिप्टी सीएम समेत अन्य अतिथियों ने सरस्वती चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि दी। डिप्टी सीएम विश्वविद्यालय के निर्धारित समय से 40 मिनट देरी से 11.38 बजे हेलीपैड व संगोष्ठी भवन में 11.38 बजे पहुंचे।

इस मौके पर पूर्व विधायक सुरेंद्र ¨सह, पूर्व विधायक बांकेलाल सोनकर, प्रबंधक अशोक ¨सह, ओमप्रकाश ¨सह, रजिस्ट्रार सुजीत जायसवाल, शिक्षक नेता डा.राजीव प्रकाश ¨सह, पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ अध्यक्ष डा.समर बहादुर ¨सह, महामंत्री डा.विजय कुमार ¨सह, प्राचार्य वीरेंद्र विक्रम ¨सह पूर्व प्राचार्य डा.यूपी ¨सह, डा.लालजी त्रिपाठी, डा.देवेश उपाध्याय आदि मौजूद रहे।


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