संत अपहरण कांड में आरोपित दंपती गिरफ्तार
सिकरारा थाना क्षेत्र के समसपुर (खपरहां) गांव स्थित आश्रम से शनिवार की संत रामदास को अगवा कर पीटने के बाद प्रतापगढ़ में बेहोशी की हालत में फेंकने के मामले में आरोपितों में शामिल दंपती को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
जासं, बरईपार (जौनपुर): सिकरारा थाना क्षेत्र के समसपुर (खपरहां) गांव स्थित आश्रम से शनिवार की रात संत रामदास को अगवा कर पीटने के बाद प्रतापगढ़ में बेहोशी की हालत में फेंकने के मामले में आरोपितों में शामिल दंपती को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
थानाध्यक्ष सिकरारा निरीक्षक विनय प्रकाश सिंह ने बताया कि संत रामदास अपहरण कांड के मुख्य आरोपित दंपती संतोष सिंह व उनकी पत्नी रागिनी सिंह निवासी गांव ठेमा थाना बदलापुर को क्षेत्र के पकड़ी चौराहे से मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में उप निरीक्षक विनोद सचान व उनके सहयोगी पुलिसकर्मी रहे। आरोपितों का चालान कर अन्य नामजद व अज्ञात आरोपितों की तलाश में संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दी जा रही है।
मालूम हो कि शनिवार की रात लापता संत रामदास को पुलिस ने 16 घंटे बाद प्रतापगढ़ जिला अस्पताल के पास से जख्मी बेहोशी की हालत में बरामद कर लिया था। पुलिस ने प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत में सुधार होने पर छुट्टी के बाद सोमवार को पुलिस निगरानी में आश्रम आए संत रामदास ने आरोप लगाया था कि दंपती और उनके साथ के लोगों ने झाड़-फूंक से इन्कार करने पर उन्हें वाहन में जबरन लादकर पीटा था। इस दौरान शराब पिलाने की कोशिश की थी। पुलिस में शिकायत न करने की शर्त पर उनकी जान बची थी। संत रामदास पर तीन माह पहले भी हमला किया गया था। तब उन्होंने इसलिए मुकदमा दर्ज नहीं कराया था कि समाज में गलत संदेश जाएगा। पुलिस घटना के पीछे लेनदेन का विवाद बता रही है।