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जिले में आया छह थर्मल स्कैनर, यात्रियों की हुई स्कैनिग

कोरोना वायरस के संक्रमण से दो-दो हाथ करने के लिए स्वास्थ्य महकमा हर स्तर पर अपने को तैयार कर रहा है। परदेश से आने वालों व सार्वजनिक स्थलों पर एकत्र लोगों की जांच के लिए जनपद में छह थर्मल स्कैनर मंगाए गए हैं। रविवार को जौनपुर जंक्शन पर उतरने वाले हर ट्रेन यात्रियों की स्कैनिग करके उन्हें आवश्यक निर्देश दिए गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Mar 2020 06:52 PM (IST)Updated: Sun, 22 Mar 2020 06:52 PM (IST)
जिले में आया छह थर्मल स्कैनर, यात्रियों की हुई स्कैनिग
जिले में आया छह थर्मल स्कैनर, यात्रियों की हुई स्कैनिग

जागरण संवाददाता, जौनपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण से दो-दो हाथ करने के लिए स्वास्थ्य महकमा हर स्तर पर अपने को तैयार कर रहा है। परदेश से आने वालों व सार्वजनिक स्थलों पर एकत्र लोगों की जांच के लिए जनपद में छह थर्मल स्कैनर मंगाए गए हैं। रविवार को जौनपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले हर ट्रेन यात्रियों की स्कैनिग करके उन्हें आवश्यक निर्देश दिया गया।

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जनपद में थर्मल स्कैनर की व्यवस्था न होने के कारण प्रारंभिक जांच में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके लिए छह की डिमांड की गई थी। अनुमति मिलने के बाद 20 मार्च को खरीद की गई। पहले दिन इसका उपयोग दीवानी न्यायालय में अधिवक्ताओं व वादकारियों की जांच में किया गया। जनता क‌र्फ्यू के दौरान रविवार को जौनपुर जंक्शन व सिटी स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की स्कैनिग की गई। जीआरपी के सहयोग से सभी यात्रियों को कतारबद्ध कराकर एक-एक करके जांच प्रक्रिया से गुजारा गया। मुंबई से आने वाले यात्रियों को लेकर खास सतर्कता बरती गई। जिले के अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी यह व्यवस्था लागू करने की योजना है। जांच के दौरान सीआरओ सुनील कुमार वर्मा, सीएमओ डा. रामजी पांडेय, संचारी रोग प्रभारी डा. आइएन तिवारी, आइडीएसपी प्रभारी जियाउल हक समेत जीआरपी के जवान मौजूद थे। मामूली बीमारी में भी अस्पतालों में आ रहे

जौनपुर कोरोना को लेकर जागरूकता कहें या जनता की शरारत। जनपद के सभी अस्पतालों में मामूली सर्दी, खांसी व बुखार होने पर ग्राम प्रधानों व ग्रामीणों के फोन आ रहे हैं। पंचायत चुनाव निकट होने के कारण यह सक्रियता और बढ़ गई है। स्वास्थ्य टीम भागकर संबंधित के घर पहुंच रही है। जांच के बाद सामान्य बीमारी होने पर स्वास्थ्य कर्मी खीझ जा रहे हैं। इनका खीझना भी वाजिब है क्योंकि भागकर पहुंचने के साथ ही उन्हें पीपी किट, वाहनों के तेल आदि का हिसाब देना पड़ रहा है। संख्या बल में कमी विभाग की सबसे बड़ी समस्या है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुफ्तीगंज के अधीक्षक डा. श्रवण यादव ने बताया कि दो दिन में छह स्थानों से फोन आया। पहुंचने पर स्थिति सामान्य मिली। सीएमओ डा. रामजी पांडेय ने जनपदवासियों से आह्वान किया कि सत्यता को परखने के बाद ही स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें।


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