रोकड़ अधिकारी ने ग्राहकों के खाते से निकाल लिए 2.20 लाख
भारतीय स्टेट बैंक की शाखा का रोकड़ अधिकारी आधा दर्जन अनपढ़ ग्राहकों के बैंक खाते से 2.20 लाख रुपये निकालकर फरार हो गया। इसका खुलासा तब हुआ जब शाखा प्रबंधक ने उसके विरुद्ध कोतवाली में तहरीर दी।
जागरण संवाददाता, मछलीशहर (जौनपुर): भारतीय स्टेट बैंक की शाखा का रोकड़ अधिकारी आधा दर्जन अनपढ़ ग्राहकों के बैंक खाते से 2.20 लाख रुपये निकालकर फरार हो गया। इसका खुलासा तब हुआ जब शाखा प्रबंधक ने उसके विरुद्ध कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस अमानत में खयानत व धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन में जुटी है।
नगर स्थित स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक अरुण कुमार जायसवाल ने कोतवाली में दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि शाखा में कार्यरत रहे पूर्व रोकड़ अधिकारी चंद्र बहादुर गौतम ने कार्यरत रहने के दौरान बैंक के आधा दर्जन ग्राहकों के खाते से फर्जी ढंग से 2.20 लाख रुपये निकालकर हड़प लिए हैं। उसने श्रीमती फोटो देवी के खाते से 75 हजार, अनीता देवी के खाते से 40 हजार, नगीना के खाते से 15 हजार, अमीना देवी के खाते से 25 हजार, मीरा देवी के खाते से 25 हजार व अमृता देवी के खाते से 40 हजार रुपये फर्जी अंगूठा निशान और हस्ताक्षर के जरिए खुद निकाल लिए। उन्होंने तहरीर में उल्लेख किया है कि इस बात की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि रोकड़ अधिकारी ने कुछ अन्य खाताधारकों के भी खाते से इसी तरह से रुपये निकाल लिए हों। जिन ग्राहकों के खाते से रुपये निकाले गए थे उनकी शिकायत पर बैंक प्रशासन ने छानबीन में यह धोखाधड़ी पकड़ी। जालसाजी पकड़ में आने के बाद से ही रोकड़ अधिकारी फरार चल रहा है।
कोतवाल पर्व कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित रोकड़ अधिकारी के खिलाफ अमानत में खनायत व धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर छानबीन की जा रही है। शाखा प्रबंधक ने इस संबंध में पूछने पर बताया कि जिन उपभोक्ताओं के खाते से धोखाधड़ी कर रुपये निकाले गए हैं उनमें से अधिकांश के खाते में बैंक द्वारा शिकायत और जांचोपरांत उनके रुपये खाते में डाल दिए गए हैं।