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    गरुड़ एप से अब बीएलओ का काम होगा आनलाइन

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 28 Sep 2021 11:05 PM (IST)

    निर्वाचन आयोग ने वोटर हेल्प लाइन के बाद बीएलओ के लिए गरुड़ एप लांच किया है। इसके तहत बीएलओ अपने स्मार्ट मोबाइल में इस साफ्टवेयर को अपलोड कर घर-घर जाकर मतदाता सूची में नाम बढ़ाने संशोधन विलोपन का कार्य करेंगे। इससे मतदाताओं को जहां सहूलियत होगी वहीं पारदर्शिता व समय की भी बचत होगी।

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    गरुड़ एप से अब बीएलओ का काम होगा आनलाइन

    जागरण संवाददाता, जौनपुर : निर्वाचन आयोग ने वोटर हेल्प लाइन के बाद बीएलओ के लिए गरुड़ एप लांच किया है। इसके तहत बीएलओ अपने स्मार्ट मोबाइल में इस साफ्टवेयर को अपलोड कर घर-घर जाकर मतदाता सूची में नाम बढ़ाने, संशोधन, विलोपन का कार्य करेंगे। इससे मतदाताओं को जहां सहूलियत होगी, वहीं पारदर्शिता व समय की भी बचत होगी।

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    अभी तक मतदाता सूची में नाम बढ़ाने व संशोधन के लिए लोग मैनुअल फार्म के जरिए बीएलओ को आवेदन करते थे। वहीं, निर्वाचन आयोग के साफ्टवेयर वोटर हेल्प लाइन के जरिए भी आनलाइन आवेदन करते थे। निर्वाचन आयोग की तरफ से 2022 के चुनाव को देखते हुए नया एप लांच किया गया है गरुड़ एप। इसका उपयोग केवल बीएलओ करेंगी। इस एप के जरिए बीएलओ मैनुअल आवेदन को आनलाइन करेंगी तो वोटर हेल्प लाइन से आने वाले आनलाइन आवेदन सीधे बीएलओ के पास आ जाएंगे।

    इसको चेक करने के बाद बीएलओ इसको सुपरवाइजर के पास भेजेंगी, फिर यह सुपरवाइजर के अप्रूव करने पर ईआरओ (इलेक्शन रिटर्निंग आफिसर) के पास जाएगा। तब जाकर मतदाता पहचान पत्र जारी होगा। पहले जहां मैनुअल आवेदन करने के बाद प्रक्रिया कहा तक पहुंची इसका पता तक नहीं चलता था। अब पूरी प्रक्रिया का स्टेटस आनलाइन दिखाई देगा। बीएलओ के पास नहीं है स्मार्ट फोन

    जिले में अधिकतर बीएलओ के पास स्मार्ट फोन न होने से परेशानी हो रही है, जिसे दूर करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि ज्यादा आंगनबाड़ी जो बीएलओ का काम देखती हैं, वह सेवानिवृत्त के करीब हैं, ऐसे में उनका मोबाइल सीखना भी मुश्किल है।

    ---------------------- निर्वाचन आयोग की तरफ से बीएलओ के लिए गरुड़ एप लांच किया गया है। जिसके बारे में सभी बीएलओ को प्रशिक्षण दिया गया है। सभी को स्मार्ट फोन पर इस एप से मतदाताओं का नाम बढ़ाने, संशोधन व विलोपन का कार्य करना होगा। हालांकि अभी सभी के स्मार्ट फोन नहीं है, ऐसे में कुछ समस्या हो रही, जिसको दूर कर लिया जाएगा।

    - हिमांशु नागपाल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर।