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बेहतर कमाई का जरिया है मशरूम की खेती

मशरूम की खेती फायदे का सौदा साबित हो रही है। यही वजह है कि युवाओं का भी इससे जुड़ाव हो रहा है। इतना ही नहीं शोध के रूप में भी छात्र इसमे रुचि ले रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 07:20 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 07:20 PM (IST)
बेहतर कमाई का जरिया है मशरूम की खेती
बेहतर कमाई का जरिया है मशरूम की खेती

जागरण संवाददाता, जौनपुर: मशरूम की खेती फायदे का सौदा साबित हो रही है। यही वजह है कि युवाओं का भी इससे जुड़ाव हो रहा है। इतना ही नहीं शोध के रूप में भी छात्र इसमे रुचि ले रहे हैं। जानकार भी बेहतर कमाई के लिए मशरूम की खेती एक बेहतर बता रहे हैं।

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मशरूम अच्छे किस्म का खाद्य पदार्थ होने के साथ-साथ औषधि भी है। इसमें एंटीबायोटिक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर की जीवाणुओं से रक्षा करते हैं। इतना ही नहीं यह खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी नहीं बढ़ने देते। बटन मशरूम उगाने का उपयुक्त समय अक्टूबर से मार्च तक है। इन छह महीनों में दो फसलें उगाई जा सकती हैं। कृषि जैवप्रोद्योगिकी विभाग सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि विवि के शोध छात्र अभिषेक ¨सह ने बताया कि बटन खुंबी फसल के लिए आरम्भ में 22 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड ताप की आवश्यकता होती है। इस ताप पर कवक जाल बहुत तेजी से बढ़ता है। बाद में इसके लिए 14 से 18 डिग्री ताप ही उपयुक्त रहता है। इससें कम तापमान पर फलनकाय की बढ़वार बहुत धीमी हो जाती है। उन्होंने कहा कि 18 डिग्री से अधिक तापमान भी खुंबी के लिए हानिकारक होता है। उन्होंने कहा कि युवा इसे रोजगार के रूप में अपना कर सालाना तीन से चार लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं।


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