मरने से पूर्व व्यक्ति ने वीडियो वायरल कर लगाया लापरवाही का आरोप
जागरण संवाददाता जलालपुर (जौनपुर) गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति ने मरने से पूर्व वीडियो वायर
जागरण संवाददाता, जलालपुर (जौनपुर): गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति ने मरने से पूर्व वीडियो वायरल करके स्वास्थ्य कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाया है। कहा है कि दो दिन चक्कर काटने के बावजूद जहां कोरोना की जांच नहीं की गई वहीं शनिवार की रात अस्पताल के बाहर चार घंटे तक कड़ाके की ठंड में कांपता रहा और अंदर स्वास्थ्य कर्मचारी मौज-मस्ती कर रहे थे।
क्षेत्र के हरिपुर भिटवा गांव निवासी आशीष दुबे (45) की तबीयत कई दिनों से खराब थी, उसे खांसी, छींक के साथ तेज बुखार आ रहा था। वह शनिवार को उपचार के लिए जिला मुख्यालय स्थित एक प्राइवेट हास्पिटल पर गया, वहां चिकित्सक ने उसे कोविड-19 का टेस्ट कराने की सलाह दी। उसके बाद वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर में कोविड-19 का जांच कराने के लिए आया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक ने प्राथमिक जांच करने के बाद उसे जांच के लिए जिला अस्पताल के लिए शाम करीब सात बजे रेफर कर दिया। पीड़ित ने रविवार को मरने से पहले शनिवार की रात में ही एक वीडियो बनवाकर इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया था। कहा कि उसके इलाज के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कि गई। भीषण ठंड में अस्पताल प्रांगण में करीब तीन से चार घंटा ठंड से वह कांप रहा था। जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो देररात वह वापस घर चला गया।
रविवार को सुबह अस्पताल पर वह कोविड-19 की जांच कराने के लिए पुन: आया था। अस्पताल से उसे 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल के लिए भेज दिया गया। एंबुलेंस सिरकोनी के पास ही पहुंची थी कि उसकी मौत हो गई। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. मनोज ने कहा कि व्यक्ति कैंसर की बीमारी से पीड़ित था।