अधिक मतदान वाले बूथों की जांच करेंगे प्रेक्षक
लोकसभा चुनाव से पूर्व जहां कम मतदान वाले बूथों को चिन्हित कर कारणों का पता लगाकर उसे दूर करने की कोशिश की जा रही हैं वहीं मतदान के बाद अधिक मतदान वाले बूथों की जांच प्रेक्षकों द्वारा की जाएगी। इसके लिए वह मतदान के बाद भी जिले में डेरा डाले रहेंगे। जांच में खामी मिली अथवा बोगस वोट डालने की बात सामने आई तो उस बूथ पर दोबारा वोट डाले जाएंगे।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : लोकसभा चुनाव से पूर्व जहां कम मतदान वाले बूथों को चिन्हित कर कारणों का पता लगाकर उसे दूर करने की कोशिश की जा रही हैं, वहीं मतदान के बाद अधिक मतदान वाले बूथों की जांच प्रेक्षकों द्वारा की जाएगी। इसके लिए वह मतदान के बाद भी जिले में डेरा डाले रहेंगे। जांच में खामी मिली अथवा बोगस वोट डालने की बात सामने आई तो उस बूथ पर दोबारा वोट डाले जाएंगे।
जिले में जौनपुर व मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र के लिए 12 मई को मतदान होना है। दोनों ही लोकसभा क्षेत्र में चुनाव गतिविधि की निगरानी के लिए दो सामान्य प्रेक्षक, दो व्यव प्रेक्षक, एक पुलिस प्रेक्षक आए हुए है। व्यव प्रेक्षक जहां प्रत्याशियों के खर्च पर नजर बनाए हुए है तो सामान्य प्रेक्षक अन्य गतिविधियों को बारीकी से देख रहे है। मतदान के बाद जहां अन्य प्रेक्षक वापस लौटकर मतगणना तक आएंगे तो सामान्य प्रेक्षक दो-तीन तक मौजूद रहेंगे। वह जिले के सभी 3455 बूथों पर नजर रखेंगे, वह देखेंगे कि क्रिटिकल, वल्नरेबल बूथ पर किस प्रकार अधिक मतदान हुआ है, कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई है। ऐसे में उन बूथों पर पुन: मतदान कराया जा सकता है।
इस बाबत प्रभारी अधिकारी मतदान कार्मिक गौरव वर्मा ने बताया कि मतदान के बाद भी दो-तीन तक सामान्य प्रेक्षक बूथों व मतदान फीसद पर नजर रखेंगे। अगर किसी गड़बड़ी के कारण अगर अधिक मत पड़ा होता है तो वहां पुन: मतदान कराया जा सकता है।
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