इच्छानुसार घर व नारी निकेतन भेजी जाएंगी 13 महिलाएं
जागरण संवाददाता, जौनपुर : लाइन बाजार क्षेत्र के हुसेनाबाद स्थित स्वाधार आश्रय गृह में मंगलवार क
जागरण संवाददाता, जौनपुर : लाइन बाजार क्षेत्र के हुसेनाबाद स्थित स्वाधार आश्रय गृह में मंगलवार को जिलाधिकारी अर¨वद मलप्पा बंगारी की छापेमारी के दौरान मिलीं आश्रय लेने वाली 13 महिलाओं को अब उनके घर और दूसरे नारी निकेतन भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मानक न पूरा होने पर इसको बंद करने के निर्देश के तहत संचालक ने डीएम को सारे अभिलेख सौंपकर आश्रय गृह को पूरी तरह से बंद कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो संचालक के पास संचालन का स्वीकृति पत्र नहीं था। बुधवार को डीएम के निर्देश पर एसडीएम सदर ने भी पहुंचकर वहां रहने वाली महिलाओं से पूछताछ की।
शासन से जिले में मानक के विपरीत शेल्टर होम चलने की शिकायत मिली थी। देवरिया कांड को देखते हुए इस जानकारी पर प्रशासन फौरन हरकत में आ गया। प्रशासन ने मंगलवार को हुसेनाबाद स्थित स्वधार आश्रय गृह में छापेमारी की, जहां मानक, संचालन का स्वीकृति पत्र नहीं पाया। यहां मौके पर 13 महिलाएं मिलीं। वहीं मड़ियाहूं, सदर में एक अन्य जगह होम सेल्टर बंद मिला। प्रशासन की इस छापेमारी से हड़कंप मच गया। बुधवार को इस घटनाक्रम में संचालक ने जिलाधिकारी को दस वर्षो से चलने वाले अपने संस्थान का अभिलेख सौंपा। इसमें शासन से होने वाला पत्राचार भी शामिल था। बावजूद प्रशासन को संचालन का स्वीकृत पत्र न दे पाने के कारण उसको बंद करा दिया गया। मौके पर मौजूद महिलाओं को उनके अभिभावकों के सहमति पर पुलिस सुरक्षा के साथ वैन से उनके घर भेजा जा रहा है। साथ ही अन्य बेसहारा महिलाओं को नारी निकेतन वाराणसी व इलाहाबाद भेजने की तैयारी है। क्या बोले संचालक :-
संचालक विजयशंकर श्रीवास्तव ने कहा कि उनका स्वाधार आश्रय गृह दस सालों से चल रहा है। शासन से संचालन से संबंधित सारे पत्राचार जिलाधिकारी को सौंप दिए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि उनकी संस्था मानक को पूरा नहीं करती है जिसे बंद करने का आदेश दिया है। इसको गंभीरता से लेते हुए उसको बंद कर दिया गया है। संचालन का नहीं है स्वीकृति पत्र :-
स्वाधार आश्रय गृह में बेसहारा महिलाओं का जीवन सुधारने के लिए होता है। शासन से जिले में मानक के विपरीत तीन शेल्टर होम चलाने की शिकायत मिली थी। इसमें दो बंद थे और लाइन बाजार क्षेत्र में एक ही चलता पाया गया। इसके पास संचालन का स्वीकृत पत्र नहीं है। इन्होंने सोसाइटी रजिस्ट्रेशन का रिन्यूअल किया हुआ है। सभी 13 महिलाओं को यहां से स्थानांतरण के लिए एक कमेटी बनाई गई हैं, इसमें एसडीएम व बीडीओ को लगाया गया है। एक वैन मुहैया कराई गई है, जिनके अभिभावक तैयार हैं उनको घर छोड़ा जा रहा है। जिनका कोई आश्रय नहीं है उनको वाराणसी व इलाहाबाद नारी निकेतन में भेजा जा रहा है।
अर¨वद मलप्पा बंगारी-जिलाधिकारी