समाचार वितरक कोरोना संक्रमण के प्रति कर रहे जागरूक
कोरोना संक्रमण को देखते हुए भारत सरकार की तरफ से लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है। बाहर निकलने से भी रोका जा रहा है। ऐसे में समाचार पत्र वितरकों द्वारा काम जारी रखना काबिले तारीफ है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : कोरोना संक्रमण को देखते हुए भारत सरकार की तरफ से लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है। बाहर निकलने से भी रोका जा रहा है। ऐसे में समाचार पत्र वितरकों द्वारा काम जारी रखना काबिले तारीफ है। समाजसेवियों ने इनके कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस दौर में अखबार पहुंचाकर वितरक आम जनता को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक कर रहे हैं। ऐसे में इनका सम्मान करना चाहिए। इसके साथ ही इसके अखबार का भुगतान सभी लोग समय से करें, जिससे इनका मनोबल बढ़ा रहे।
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समाचार पत्र वितरक मुश्किल दौर में चुनौतियों का सामना करते हुए सभी के घरों तक अखबार पहुंचा रहे हैं। जिससे हर दिन के कोरोना गतिविधियों से लोग अपडेट हो रहे हैं। लॉकडाउन में जहां-तहां फंसे लोगों की भी जानकारी मिल रही है। ऐसे में मैं समाचार पत्र वितरकों को धन्यवाद देता हूं।
-विकेश उपाध्याय, समाजसेवी।
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एक तरफ कोरोना से जंग लड़ने के लिए लोग घरों में कैद हैं। वहीं आवश्यक सेवाओं को जारी रखने के लिए प्रशासन की तरफ से आग्रह किया जा रहा है। ऐसे में समाचार पत्र वितरक घर-घर अखबार पहुंचा रहे हैं। निश्चित तौर पर इनकी डाक्टर व पुलिस की तरह जितनी भी हौसला आफजाई की जाय कम है।
-फाजिल सिद्दीकी, समाजसेवी।
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जनता से अपेक्षा है कि अखबार वितरण के समय वह वितरक पर कोई आरोप-प्रत्यारोप न लगाएं। मेहनत से वह कार्य करते हैं। माह पूरा होने के बाद समय पर उनका भुगतान करें। इससे उनका रूझान भी बना रहेगा।
-उमानाथ प्रजापति, समाचार पत्र वितरक।
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समाचार पत्र वितरकों को पुलिस द्वारा रोक-टोक न किया जाए। साथ ही मोहल्ले में बुद्धिजीवियों द्वारा अन्य लोगों को भी अखबार लेने के लिए जागरूक किया जाय। अखबार लेने से कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की अफवाह न उड़ाई जाए। अखबार पूरी तरह से सैनिटाइज है।
-रामबाबू चौरसिया, समाचार पत्र वितरक।