जोरों पर चल रहा पशु तस्करी का धंधा
सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के कई गांवों में इन दिनों पशु तस्करी का धंधा जोरों पर है। सड़कों और खेतों टहलने वाले बेसहारा मवेशियों को तस्कर एक से दो हजार रुपये लेकर कत्लखानों में पहुंचा दे रहे हैं। पुलिस अपना हिस्सा मिल जाने के कारण हाथ पर हाथ धरे बैठी है।सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के कई गांवों में इन दिनों पशु तस्करी का धंधा जोरों पर है। सड़कों और खेतों टहलने वाले बेसहारा मवेशियों को तस्कर एक से दो हजार रुपये लेकर कत्लखानों में पहुंचा दे रहे हैं। पुलिस अपना हिस्सा मिल जाने के कारण हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर): सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के कई गांवों में इन दिनों पशु तस्करी का धंधा जोरों पर है। सड़कों व खेतों में टहलने वाले बेसहारा मवेशियों को तस्कर एक से दो हजार रुपये लेकर कत्लखानों में पहुंचा दे रहे हैं। पुलिस अपना हिस्सा मिल जाने के कारण हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
थाना क्षेत्र के चार-पांच गांवों में गोकशी का धंधा आज भी बेरोकटोक चल रहा है। मांस कारोबारियों को अब गोवंश खरीदने के लिए पशुपालक के घर भी नहीं जाना पड़ता। तस्कर आस-पास घूम रहे बेसहारा मवेशियों को पिकअप में लादकर रात के अंधेरे में कत्लखाने तक पहुंचा देते हैं। इसके बदले उन्हें प्रति मवेशी एक से दो हजार रुपये मिलते हैं। सूत्रों के अनुसार मल्हनी, उत्तरपट्टी, मझली पट्टी, अफलेपुर, गभिरन, नरौली, सलहदीपुर, खलीलपुर, जपटापुर, टिकरीकला, शेख अशरफपुर समेत कई ऐसे गांव हैं, जहां के लोग इस धंधे में काफी दिनों से शामिल हैं। कई बार पशुपालकों व ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी लेकिन हिरासत में लेने के बाद बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया गया। कुछ कारोबारियों ने क्षेत्र की कई गोशालाओं में भी पैठ बना रखी है। इसके लिए बाकायदा थाना व डायल-112 पुलिस कर्मी रास्ते में खड़े होकर वसूली करते हैं। थानाध्यक्ष त्रिवेणी लाल सेन ने कहा कि मैंने इसी हफ्ते कार्यभार संभाला है। मुझे इस बारे में पता नहीं है। अब संज्ञान में लाया गया है तो नजर रखी जाएगी। यदि कोई पुलिसकर्मी संलिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।