प्रयागराज से आए 676 छात्र जांच के बाद होम क्वारंटाइन में
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज से प्रतियोगी छात्रों को उनके घर पहुंचाने के निर्देश के बाद जिले में भी सोमवार को आधी रात के बाद से छात्रों के दल का आना शुरू हो गया। संख्या अधिक होने के कारण मंगलवार दोपहर तक बसों से छात्रों का आगमन होता रहा। इस दौरान कुल 26 बसों से 676 छात्रों को जनपद लाया गया। सभी को क्रमश नगर के बिहारी महिला महाविद्यालय व फौजदार इंटर कॉलेज में ठहराकर बारी-बारी से स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनको शारीरिक दूरी के पालन करने का निर्देश देते हुए घर छोड़ा गया।
जागरण संवाददाता, मछलीशहर (जौनपुर): मुख्यमंत्री के प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे छात्रों को उनके घर पहुंचाने के निर्देश के बाद जिले में सोमवार की रात से छात्रों के दल का आना शुरू हो गया।
संख्या अधिक होने के कारण मंगलवार को दोपहर तक बसों से उनका आगमन होता रहा। इस दौरान कुल 26 बसों से 676 छात्रों को जनपद में लाया गया। सभी को क्रमश: नगर के बिहारी महिला महाविद्यालय व फौजदार इंटर कालेज में ठहराकर बारी-बारी से स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनको शारीरिक दूरी के पालन करने का निर्देश देते हुए 14 दिन के होम क्वारंटाइन में घर भेजा गया।
मछलीशहर कस्बे में सोमवार को आधी रात में प्रयागराज से प्रथम चरण में रोडवेज की छह बसों से छात्र पहुंचे। इसके बाद बाद क्रमश: मंगलवार को दोपहर 18 बसों से छात्र पहुंचे। छात्रों को एसडीएम अमिताभ यादव व नगर पंचायत के ईओ अनिल सिंह ने नगर के बिहारी महिला महाविद्यालय व फौजदार इंटर कॉलेज में रखवाया। इसके पूर्व इन अधिकारियों द्वारा रोडवेज परिसर में पहुंचने वाली बसों के छात्रों की स्क्रीनिग करवा रहे थे। अचानक परिसर में छात्रों की संख्या बढ़ गई। छात्र कतार में शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे थे, जबकि पुलिस प्रशासन व मौके पर मौजूद अधिकारी कर्मचारी उन्हें लगातार समझाते देखे गए। रोडवेज परिसर में छात्रों की स्क्रीनिग व स्वास्थ्य परीक्षण के लिये करीब आधा दर्जन काउंटर खोला गया था। फिर भी अचानक भीड़ से कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का भी माहौल बन गया था। छात्र घर जाने के लिए इधर-उधर भटकते भी देखे गए।
जब रैन बसेरा में छात्रों ने किया हंगामा
रात में बसों से पहुंचे छात्रों को बिहारी महिला महाविद्यालय व फौजदार इंटर कालेज में रोकवाया गया था। सुबह होते ही बिहारी महिला महाविद्यालय में छात्रों ने घर जाने के लिए परिसर के अंदर हंगामा व शोर शराबा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना पर पहुंचे अधिशासी अधिकारी अनिल सिंह ने भोजन, चाय व नाश्ते की व्यवस्था कर सभी 160 छात्रों को शांत कराया।