3.42 करोड़ से तैयार गोशाला हैंडओवर नहीं, नए की तलाश
नगर पालिका परिषद की तरफ से 3.42 करोड़ की लागत से प्यारेपुर में कान्हा पशु शेल्टर होम का निर्माण हुआ है। यह बनकर तैयार है लेकिन अभी तक हैंडओवर नहीं किया जा सका है। वहीं नगर पालिका परिषद जौनपुर में कृषि भवन परिसर में चल रहे अस्थाई गौशाला में क्षमता से अधिक बेसहारा पशुओं को रखा गया हैं ऐसे में प्रशासन की तरफ से नए अस्थाई गौशाला के लिए स्थान खोजा जा रहा है। अगर प्रशासन चाहे तो इस प्यारेपुर वाले कान्हा पशु आश्रय केंद्र को हैंडओवर करा ले तो नए की तलाश ही खत्म हो जाएगी।
जौनपुर : नगर पालिका परिषद की तरफ से 3.42 करोड़ की लागत से प्यारेपुर में कान्हा पशु शेल्टर होम का निर्माण हुआ है। यह बनकर तैयार है लेकिन अभी तक हैंडओवर नहीं किया जा सका है। वहीं नगर पालिका परिषद जौनपुर में कृषि भवन परिसर में चल रहे अस्थाई गौशाला में क्षमता से अधिक बेसहारा पशुओं को रखा गया हैं, ऐसे में प्रशासन की तरफ से नए अस्थाई गौशाला के लिए स्थान खोजा जा रहा है। अगर प्रशासन चाहे तो इस प्यारेपुर वाले कान्हा पशु आश्रय केंद्र को हैंडओवर करा ले तो नए की तलाश ही खत्म हो जाएगी।
शहर की सीमा से लगे करंजाकला विकास खंड के प्यारेपुर गांव में गोमती नदी के किनारे कान्हा पशु शेल्टर होम के निर्माण के लिए अक्टूबर 2016 में सपा सरकार ने मंजूरी दी थी। निर्माण कार्य शुरुआत में दिसंबर 2017 तक काम पूरा हो जाना था। कार्यदाई संस्था सीएंडडीएस को आवंटित कर दिया गया। 100 पशुओं की क्षमता वाली इस गौशाला का निर्माण पूरा करने के लिए काम शुरू तो किया गया, लेकिन काम की रफ्तार बेहद धीमी रही। जिससे बनते-बनते यह मई 2020 तक पूर्ण किया गया। नगर पालिका की तरफ से पालीटेक्निक चौराहा के समीप कृषि भवन परिसर में अस्थाई गौशाला बनाया गया है, जिसमें 400 बेसहारा पशुओं को रखने की क्षमता है और यहां 436 पशु रखे गए हैं। जिस कारण जिला प्रशासन की तरफ से आवश्यकता को देखते हुए एक और अस्थायी गौशाला के लिए स्थान खोजा जा रहा है। जिससे बाहर टहल रहे पशुओं को भी उसमें रखा जाए।
कार्यदायी संस्था का दावा
कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस की मानें तो हस्तांतरण प्रपत्र प्रेषित है। 100 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। हस्तांतरण की कार्रवाई नगर पालिका परिषद स्तर पर लंबित की गई है।
जितना गोशाला में उतना टहल रहे बाहर
नगर पालिका में अस्थाई गौशाला में जितने पशु टहल रहे हैं उतने सड़कों पर हैं। वजह कि इनको ठीक ढंग से रखने के लिए जिला प्रशासन के पास कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में यह सड़कों पर झुंड में बैठकर आवागमन में बाधक बन रहे हैं तो लोगों को मारकर घायल भी कर रहे हैं। न तो इनके खाने का इंतजाम हो रहा है न ही रखने का।
बोले अधिकारी..
कृषि भवन परिसर में अस्थाई गौशाला में 400 पशुओं को रखने की क्षमता है। जहां 436 पशु रखे गए हैं। लोग अपने घरों के पालतू मवेशियों को भी सड़कों पर छोड़ देते हैं, इस वजह से इनकी संख्या और दिखाई पड़ती है। जिलाधिकारी के निर्देश पर एक और अस्थाई गौशाला के लिए स्थान खोजा जा रहा है। नगर पालिका की तरफ से प्यारेपुर में बना रहा कान्हा पशु शेल्टर होम अभी तक हैंडओवर नहीं हुआ है।
-आरके प्रसाद, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, जौनपुर।