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हरियाणा ले जाया जा रहा 240 बोरी सरकारी चावल बरामद

बक्शा थाना पुलिस ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) का जिले से ट्रक पर लादकर हरियाणा ले जाया जा रहा 240 बोरी चावल बरामद किया है। ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। ट्रक चालक व अज्ञात आरोपित के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस व पूर्ति विभाग छानबीन में जुट गया है। तहकीकात में कुछ कोटेदारों के भी फंसने की संभावना है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2020 04:43 PM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 04:43 PM (IST)
हरियाणा ले जाया जा रहा 240 बोरी सरकारी चावल बरामद
हरियाणा ले जाया जा रहा 240 बोरी सरकारी चावल बरामद

जागरण संवाददाता, नौपेड़वा (जौनपुर): बक्शा पुलिस ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) का जिले से ट्रक पर लादकर हरियाणा ले जाया जा रहा 240 बोरी चावल बरामद कर ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही चालक व अज्ञात आरोपित के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस व पूर्ति विभाग छानबीन में जुटा है। तहकीकात में कुछ कोटेदारों के भी फंसने की संभावना जताई जा रही है।

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क्षेत्राधिकारी सदर नृपेंद्र ने बताया कि थाना प्रभारी शशिचंद चौधरी को रविवार की रात मुखबिर ने सूचना दी कि एक ट्रक में सरकारी चावल कालाबाजारी के लिए जौनपुर से हरियाणा भेजा जा रहा है। इस पर उन्होंने वाराणसी-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शंभूगंज के पास घेराबंदी कर ट्रक व चालक को पकड़ लिया। तलाशी में ट्रक से 240 बोरी चावल बरामद हुआ। पुलिस चावल समेत ट्रक व गिरफ्तार किए गए चालक अनिल को थाने ले आई। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों व पूर्ति विभाग को दी। पूछताछ में चालक अनिल ने बताया कि वह हरियाणा से अंडा लेकर बिहार गया था। वापसी में जौनपुर पहुंचा तो एक ट्रांसपोर्ट मालिक के कहने पर वह 240 बोरी चावल लादकर उसके बताए पते पर हरियाणा लेकर जा रहा था। उसने चावल के बारे में और जानकारी होने से इन्कार किया।

मार्केंटिग इंस्पेक्टर हिमांशु व पूर्ति निरीक्षक रत्नेश श्रीवास्तव ने पहुंचकर पल्लेदार की सहायता से गिनती कराकर चावल को कब्जे में ले लिया। पूर्ति निरीक्षक की तहरीर पर ट्रक चालक व अज्ञात आरोपित के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि उक्त चावल कोरोना महामारी के कारण जिले में राहत के लिए कार्डधारकों को मुफ्त वितरण के लिए सरकार ने भेजा था। उसे लाभार्थियों को वितरित न कर कालाबाजारी के लिए हरियाणा भेजा जा रहा था। मामले की गहराई से छानबीन की जाय तो ट्रांसपोर्ट मालिक के साथ ही कुछ कोटेदारों की भी गर्दन फंस सकती है।


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