Move to Jagran APP

रौद्र रूप में आई यमुना, सड़कों पर चलने लगी नाव

बाढ ग्रस्त यमुना पट्टी के गावो मे उपजिलाधिकारी भैरपाल सिह ने मेडिकल टीम भेजने के लिये सी एम ओ को निर्देशित किया वही एस डी एम ने बताया कि ताजेवाला से 352 क्यूसेक पानी छोडा गया था जो ओखला से यमुना नदी का पानी

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 05:40 PM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 06:35 AM (IST)
रौद्र रूप में आई यमुना, सड़कों पर चलने लगी नाव
रौद्र रूप में आई यमुना, सड़कों पर चलने लगी नाव

संवाद सहयोगी, कालपी : यमुना का जलस्तर स्थिर होने के बाद घटने लगा था, लेकिन शनिवार की दोपहर के बाद अचानक से जलस्तर तीव्र गति से बढ़ने लगा। रविवार को पानी खतरे के निशान को पार कर गया। यमुना का जलस्तर रविवार को 108.60 मीटर दर्ज किया गया। यमुना में बाढ़ से कई गांवों का संपर्क टूट गया। सड़क पर नाव चलने लगी है। नगर के सभी घाट पानी में डूबे हैं।

loksabha election banner

नगर में यमुना नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। बीते चौबीस घंटे में यमुना का जलस्तर ढाई मीटर से ज्यादा बढ़ गया और खतरे का निशान पार कर गया। यमुना पट्टी के गांवों में हड़कंप मचा हुआ है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक शनिवार को यमुना का जलस्तर लगभग 86 सेमी. घट गया था और 106 मीटर दर्ज किया गया था। शनिवार की शाम से यमुना का जलस्तर लगभग 25 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ना शुरू हो गया। जो रविवार की दोपहर तक खतरे के निशान 108 मीटर को पार कर गया। यमुना का जलस्तर 108.60 मीटर दर्ज किया गया। यमुना के जलस्तर बढ़ने की स्पीड कुछ कम हुई है। रविवार की दोपहर जलस्तर छह से सात सेमी. प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। यमुना में आई बाढ़ से यमुना पट्टी के गांवों में हड़कंप मचा है। नगर के किलाघाट, पीलाघाट, ढोड़ेश्वर घाट, बाईघाट पूरी तरह डूब चुके हैं। यमुना ब्रिज से देखने पर बाढ़ का पानी रौद्र रूप में दिखाई दे रहा है। तहसील के पीछे से रायढ़ गांव जाने वाली सड़क पर रायढ़ नाला के ऊपर भी बाढ़ का पानी आ गया। इससे इस सड़क पर भी आवागमन बंद हो गया। व्यास मंदिर के पीछे भी बाढ़ का पानी आ गया है।

एसडीएम भैरपाल सिंह ने बताया कि यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। जिसको देखते हुए क्षेत्र की बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है और वहां पर संबंधित क्षेत्र के लेखपाल की ड्यूटी लगा दी गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि घबराएं नहीं यदि कोई परेशानी है तो वह किसी भी वक्त उन्हें फोन कर अवगत करा सकते हैं। प्रशासन हर संभव मदद करेगा। जलस्तर पर बराबर नजरें रखी जा रही हैं। इन गांवों का कटा संपर्क

यमुना में बाढ़ आने से यमुना पट्टी के गांव को जाने वाली व्यास मंदिर रोड के जौधर नाले पर काफी ऊंचाई से पानी बह रहा है। इससे व्यास मंदिर के आगे ही सड़क पर नाव में बैठकर लोग रपटे को पार कर रहे हैं। बाढ़ के चलते देवकली, हीरापुर, कीरतपुर, मंगरौल, गुढ़ा खास, शेखपुर गुढ़ा, मैनूपुर आदि गांवों का संपर्क तहसील क्षेत्र से कट चुका है। खेतों में भरा बाढ़ का पानी

यमुना पट्टी के गांवों के खेतों में बाढ़ का पानी भर चुका है। जौधर नाला रपटा के समीप कई एकड़ खेतों में पानी फसल को नष्ट कर चुका है। किसानों के द्वारा बोई गई तिली, उर्द, मूंग व सब्जी आदि की फसलें पूर्णत: बाढ़ से चौपट हो गई हैं। जीतामऊ से इकौना तक यमुना किनारे किसानों की फसल बाढ़ की चपेट से नष्ट हो चुकी हैं। फिलहाल अभी भी यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में मेडिकल टीम भेजने का निर्देश

बाढ़ग्रस्त यमुना पट्टी के गांवों में उपजिलाधिकारी भैरपाल सिंह ने मेडिकल टीम भेजने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया। एसडीएम ने बताया कि ताजेवाला से 352 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो ओखला से यमुना नदी का पानी 354 क्यूसेक से बढ़कर 1544 क्यूसेक हो गया। इसके कारण यमुना खतरे के निशान को पार कर गई। बाढ़ ने रोका टीम का रास्ता

एसडीएम रविवार को पड़री गांव में मेडिकल टीम लेकर जा रहे थे। लेकिन रास्ते पर बाढ़ का पानी आ जाने से टीम वहां नहीं पहुंच सकी। वायरल व बाढ़ से फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए यह टीम यमुना पट्टी के गांवों में जाएगी और बच्चों व सभी को दवाएं देगी। इस टीम में छह डॉक्टर हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.