मलबे में दबी मां, बचा लिया बच्चे को
फोटो 30 ओआरआई 15 - महेबा में बारिश से गिरा कच्चा घर, खाना खाने के दौरान हुई घटन
फोटो 30 ओआरआई 15
- महेबा में बारिश से गिरा कच्चा घर, खाना खाने के दौरान हुई घटना
संवाद सूत्र, महेबा : मां की ममता किसी भी तूफान से अपने बच्चे को बचाने में सक्षम होती है, इसे साबित किया मीना ने। खाना खाने के दौरान एकाएक बारिश से कच्चा घर भरभरा कर गिरने लगा। यह देख गोद में लिए बच्चे को महिला बाहर भागी, पर मलबे में खुद को दबते देख बच्चे को बाहर की तरफ उछाल दिया और जान बचा ली। हालांकि मलबे में दबने से वह घायल हो गई। घटना महेबा कस्बा में बुधवार रात की है।
बीते दो दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। जिससे कच्चे घरों को लेकर खतरा बढ़ गया है। कस्बे में बुधवार रात करीब आठ बजे राजनेश कठेरिया की पत्नी मीना देवी अपने छोटे पुत्र डुग्गू के साथ खाना खा रही थीं। गोद में छोटा बेटा लिए थीं। इसी बीच कच्चा घर भरभरा कर गिरने लगा। खतरा देख वह बच्चों को लेकर बाहर भागी तभी मलबे में दब गई। बच्चे की जान पर संकट देख गोद लिए बच्चे को बाहर की तरफ उछाल दिया। इसी बीच आवाज सुन दूसरे कमरे से परिवार के लोग दौड़कर पहुंच गए और उसे मलबे से बाहर निकाला। रात में ही घायल को निजी चिकित्सालय में इलाज कराया गया, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। रजनेश ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ इस घर में अकेला रहता है। उसका घर कच्चा है और वह कई बार ब्लॉक में आवास के लिए मांग कर चुका है। उसके बावजूद उसका आवाज स्वीकृत नहीं किया गया है।
बोले जिम्मेदार
उप जिलाधिकारी सुनील कुमार शुक्ला ने बताया कि बारिश से घर गिरने की जानकारी मिली है। लेखपाल को भेजकर सत्यापन कराया जाएगा। नियमानुसार सहायता दिलाने का प्रयास भी होगा अगर आवास के लिए पात्र पाया गया तो आवास दिलाया जाएगा।