पत्नी को टीबी हुई, पति ने मांग लिया तलाक
अनुराग श्रीवास्तव, जालौन : खतरनाक बीमारी टीबी अब रिश्तों के टूटने का कारण भी बन रही है। कस्
अनुराग श्रीवास्तव, जालौन : खतरनाक बीमारी टीबी अब रिश्तों के टूटने का कारण भी बन रही है। कस्बे में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें पत्नी को टीबी होने पर पति ने तलाक मांग लिया। रिश्ते को बचाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी दंपती की काउंसिलिंग कर रहे हैं।
कस्बे में रहने वाले विशेष समुदाय से जुड़े एक व्यक्ति का विवाह पांच साल पूर्व हुआ था। शादी के बाद सबकुछ ठीक-ठाक चलता रहा। पिछले साल अचानक पत्नी का स्वास्थ्य गिरने लगा। बलगम की जांच कराई तो टीबी की पुष्टि हुई। इस पर पति ने तलाक की मांग कर दी। कानूनी प्रक्रिया भी शुरू हो गई। इस बात की जानकारी जब सीएचसी से जुड़े स्वास्थ्य अधिकारियों को हुई तो रिश्ते को कायम रखने के लिए उन्होंने घर जाकर पति की काउंसिलिंग की। साथ ही पत्नी को ठीक करने के लिए छह माह का वक्त मांगा। कई बार समझाने के बाद फिलहाल पति ने तलाक की प्रक्रिया रोक दी है। पति द्वारा तलाक मांगे जाने का मामला सामने आया था। पति को समझाकर छह माह का वक्त मांगा गया है। पति इस पर राजी हो गया है।
कुलदीप सिंह, टीबी रोग सुपरवाइजर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ------------- डॉट्स से 10 माह में इलाज संभव
15 दिन पुरानी खांसी पर ही क्षय रोग का संक्रमण होने की आशंका व्यक्त की जाती है। डॉट्स पद्धति से मरीज इलाज कराता है तो बीमारी दूर होने में 10 माह से भी कम समय लगता है। जो लोग बीच में दवा खाना छोड़ देते हैं, उन्हें ठीक होने में समय लगता है। कम हो रही टीबी मरीजों की संख्या
टीबी की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास रंग ला रहे हैं। कस्बे में टीबी मरीजों की संख्या लगातार गिर रही है। पिछले साल जहां 175 मरीज सामने आए थे इस वर्ष अब तक उनकी संख्या महज 94 रह गई है। मुफ्त इलाज के साथ मिलती है आर्थिक मदद
टीबी हेल्थ विजिटर देवेंद्र के अनुसार सरकार टीबी मरीज की जांच से लेकर पूरा इलाज मुफ्त करती है। मरीज को पौष्टिक खाने के लिए प्रतिमाह 500 रुपये आर्थिक सहायता भी दी जाती है। चिकित्सालय में भर्ती होने पर अलग से आने-जाने का खर्च मिलता है।
----------------------------- टीबी रोग के मुख्य कारण
- टी.बी. रोग का कारण पौष्टिकता से कम भोजन, कम जगह में बहुत लोगों का रहना, स्वच्छता का अभाव है।
- जिस व्यक्ति को टी.बी. है, उसके संपर्क में रहने से, उसकी वस्तुएं प्रयोग करने से इसकी आशंका बढ़ जाती है।
- टीबी के मरीज द्वारा यहां-वहां थूक देने से इसके विषाणु उड़कर स्वस्थ व्यक्ति पर आक्रमण कर देते हैं।
- मदिरापान तथा धूम्रपान करने से भी इस रोग की शिकायत हो सकती है।