बिना नंबर प्लेट व कागजात के मौरंग ढोते मिले दो ट्रक, सीज
अवैध खनन और ओवरलोडिग रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की नजरों में आल ओके ही चल रहा है। सरकारी कागज भी दुरुस्त हैं। उलट यह कि घाट संचालकों की मनमानी बदस्तूर जारी है। मशीनों से नदी की कोख खाली करने के साथ ओवरलोडेड वाहन सड़कों का सीना छलनी कर रहे हैं। रात गहराते ही ओवरलोडेड वाहनों की कतार गुजरती है पर अ
जागरण संवाददाता, उरई : माधौगढ़ में एसडीएम टीम के साथ भारी वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान दो ट्रक ऐसे मिले जिनमें नंबर प्लेट तक नहीं थी और कागजात भी नहीं थे। इन ट्रकों में मध्य प्रदेश से आ रही मौरंग लदी थी। जांच के बाद एसडीएम ने ओवरलोडिंग में दोनों ट्रकों को सीज कर दिया।
माधौगढ़ में सुबह करीब चार बजे एसडीएम शालिकराम ने टीम के साथ बंगरा तिराहे पर वाहनों की जांच की। हालांकि भनक लगते ही मध्य प्रदेश की तरफ से आने वाले वाहनों के पहिए रुक गए। सीमा पर ही कतार लग गई। उसके बावजूद दो ओवरलोडेड ट्रक पकड़ में आ गए। दोनों ही वाहनों में नंबर प्लेट नहीं थी। चालक मौरंग से संबंधित कोई कागजात भी नहीं दिखा सके। इसके बाद दोनों को सीज कर दिया गया। एसडीएम ने कहा कि किसी भी कीमत पर ओवरलोडिग नहीं होने दी जाएगी। नियम-कायदे ठेंगे पर
जिले में मौरंग का खेल थमता नहीं दिख रहा है। नियम कायदे ठेंगे पर नजर आते हैं। जिले के अलावा मध्य प्रदेश से भी बिना कागजात मौरंग लादकर आने वाले वाहन राजस्व को चूना लगा रहे हैं। कदौरा और डकोर इलाके में हाल अछूता नहीं है। रात गहराते ही खेल सड़क पर आ जाता है। ओवरलोडेड वाहन खुलेआम निकाले जाते हैं। खनन और परिवहन विभाग के जिम्मेदारों की नींद किस वजह से नहीं टूट रही है, यह चर्चा का विषय बना हुआ है। यह जरूर है कि एक तरफ जहां विभागीय अधिकारी सब कुछ ठीक का जुमला रटते हैं, वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की जांच में कलई खुल जाती है।