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दो दिन बचे, केंद्रों में डंप है किसानों का गेहूं

जागरण टीम उरई सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों पर गेहूं की खरीद मंगलवार तक होनी है। अब सिर्फ 2 दिन शेष रह गये हैं। ऐसे में किसान हर हाल में अपना गेहूं बेचना चाहते हैं। यहीं कारण है कि किसान घर परिवार छोड़कर 4-4 दिन से मंडी में रहकर अपने नंबर का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद भी उनका गेहूं नहीं खरीदा जा सका है। रविवार को एक साथ जिले में गेहूं खरीद केंद्रों का हाल जाना गया तो किसान बेहाल दिखें। अपना अनाज बेंचने के लिए किसान अफसरों की गणेश परिक्रमा कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 07:50 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 07:50 PM (IST)
दो दिन बचे, केंद्रों में डंप है किसानों का गेहूं
दो दिन बचे, केंद्रों में डंप है किसानों का गेहूं

जागरण टीम, उरई : सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों पर गेहूं की खरीद मंगलवार तक होनी है। अब सिर्फ 2 दिन शेष रह गये हैं। ऐसे में किसान हर हाल में अपना गेहूं बेचना चाहते हैं। यहीं कारण है कि किसान घर परिवार छोड़कर 4-4 दिन से मंडी में रहकर अपने नंबर का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद भी उनका गेहूं नहीं खरीदा जा सका है। रविवार को एक साथ जिले में गेहूं खरीद केंद्रों का हाल जाना गया तो किसान बेहाल दिखें। अपना अनाज बेंचने के लिए किसान अफसरों की गणेश परिक्रमा कर रहे हैं।

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जालौन में रविवार को केंद्र बंद होने के बाद भी किसान तेज उमस भरी गर्मी में मंडी में डटे रहें। दिन- रात पहरेदारी कर रहे हैं। कुठौंद निवासी किसान शिवकुमार, हरदत्त दीक्षित, अमर सिंह, अनूप कुमार, दयाल राजावत, रामकुमार, सत्यभान शिव कुमार, समेत कई किसान मंडी में अपना गेहूं लेकर जमे हुए हैं। तथा अपने नंबर का इंतजार कर रहे हैं। मंडी में संचालित गेहूं खरीद केंद्रों पर किसानों की सुविधाओं का टोटा है। बैठने तक की व्यवस्था नहीं है। किसानों गेहूं की बोरियों पर लेट कर मच्छरों के बीच रात काट रहे हैं। पीने के पानी के लिए रखे गये घड़े सूखे पड़े हैं।

माधौगढ़ में रविवार को क्रय केंद्रों पर किसानों के अनाज की तुलाई नहीं की गई। किसानों के गेहूं खरीद के लिए एसडीएम शालिकराम से शिकायत की तो वह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने फोन से सभी पांचों केंद्र प्रभारियों को बुलाकर गेहूं खरीदने के लिए कहा लेकिन केंद्र प्रभारियों ने पुरानी खरीद की उठान न होना व बारदाना न होने का हवाला दिया। किसानों का का कहना है कि कई दिनों से केंद्रों पर रहकर आस लगाए बैठे कि गेहूं की तुलाई हो जाएगी लेकिन रविवार को भी तुलाई नहीं हुई। सिरसा कलार के ग्राम दमरास का गेहूं क्रय केंद्र 15 दिन से अधिक समय से बंद है। जिस पर न तो खरीद हो रही है और न ही कोई जिम्मेदार बैठ रहा है।

कालपी मंडी समिति में संचालित आरएफसी के क्रय केंद्र पर अभी तक 498 किसानों से 25427 क्विटल अनाज खरीदा गया है। 23 किसानों के ट्रैक्टरों के नंबर तौल के लिए लगे हैं। पीसीएफ क्रय केंद्र पर अब तक लगभग 15500 क्विटल गेहूं खरीदा गया और 15 किसानों के ट्रैक्टर खड़े हैं। इसके साथ ही एक दिन केंद्र बंद होने में शेष है जिससे किसान परेशान हैं। कोंच में रविवार को खरीद केंद्रों के लिए अवकाश था। गल्ला मंडी स्थित यूपीएसएस, अंडा सोसायटी, गुरु कृपा केंद्र पर ताला बंदी रही लेकिन आरएफसी पर अवश्य किसान का गेहूं खरीदा गया। केंद्र प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि रविवार को बंदी अवश्य रहता है यदि किसी किसान माल खरीद भी लिया जाए तो उसकी फीडिग नहीं हो पाएगी। पॉश मशीन भी रविवार को काम नहीं करती। कदौरा के बबीना स्थित मंडी में दो खरीद केंद्र खोले गए थे जिसमें किसानों का गेहूं बिकना था लेकिन किसान अपनी बारी का ही इंत•ार कर रहे हैं। अभी 11811 क्विटल की खरीद हो चुकी है और पीसीयू केंद्र पर 24 हजार 567 क्विटल की खरीद हो चुकी है। किसानों की बात :

गेहूं बेचने के लिए गुरुवार को मंडी आए थे। किराए से ट्रैक्टर लेकर आए हैं। शनिवार तक 3 दिन का खड़े ट्रैक्टर का किराया दिया। इसके बाद ट्रैक्टर वापस कर दिया है तथा गेहूं खुले आसमान में पड़ा हुआ है। तिरपाल डालकर ढक रखा है जिससे अन्ना जानवर न खाएं और पानी से भी न भीगे।

शिवकुमार नीलामी चबूतरा में जगह न होने के कारण खरीदारी धीमी चल रही है। रविवार को गेहूं की उठान हुई है तथा सोमवार को उम्मीद है कि उनके गेहूं की तुलाई हो जाए।

हरदत्त दीक्षित नंबर आने वाला है। सोमवार को कहीं देर न हो जाए इसलिए लिए रविवार को सुबह से 50 क्विटल गेहूं लेकर आ गया हूं जिससे उसके अनाज की समय पर खरीद हो सके।

रामकुमार गेहूं खरीद केंद्र का संचालन को दो दिन रह गए हैं। इसलिए अपना 27 क्विटल गेहूं लेकर आए हैं। रविवार को अवकाश के दिन इसलिए आ गये जिससे उनका गेहूं हर हाल में बिक सके।

सत्यभान


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