ढाई लाख से सजा-संवरा तालाब फिर बदहाल
संवाद सूत्र रामपुरा देखरेख के अभाव में तालाब अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। जहां कुछ अरसा
संवाद सूत्र, रामपुरा : देखरेख के अभाव में तालाब अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। जहां कुछ अरसा पूर्व लोग इस तालाब के पानी का भरपूर उपयोग करते थे। अपने काम के अलावा पशुओं को पानी पिलाते थे आज वही तालाब अनदेखी के कारण दुर्दशा की कगार पर है।
ग्राम रजपुरा में मुख्य मार्ग पर बड़ा तालाब बना हुआ है। वर्ष 2010 में प्रधान चंद्रवीर सिंह भदौरिया द्वारा करीब ढाई लाख रुपये व्यय करके इसकी साफ-सफाई करवाकर सुंदरीकरण करवाया था। इसके बाद से उसकी देखरेख बिल्कुल नहीं की गई। आज स्थिति यह है कि यहां पर लगाया गया गेट ही लोग उखाड़ कर ले गए तथा उसकी बाउंड्रीवाल भी टूटकर जीर्णशीर्ण हो गई है। इसके अलावा इसमें इतनी गंदगी हो चुकी है कि इसके गंदे पानी को किसी रूप में लोग प्रयोग करना पसंद नहीं करते हैं। यहां तक कि लोग अपने पशुओं को भी पानी नहीं पिलाते है कारण गंदगी से बीमारी भी फैलने का अंदेशा बढ़ गया है। अतिक्रमण की चपेट में भी तालाब : इस तालाब के चारों ओर लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। लोगों द्वारा उसके दरवाजे के अगल-बगल उपले बनाना शुरू कर दिया गया है तथा घूरे डालने के रूप में भी प्रयोग कर रहे हैं जिससे गंदगी की और बढ़ावा मिल रहा है। अब तालाब के सुंदरीकरण में ग्राम पंचायत सक्षम नहीं है क्योंकि ग्राम निधि में इतनी धनराशि नही आती है कि उसका जीर्णोद्धार किया जा सके। फिर भी प्रयास है कि किसी अन्य निधि से उसका कायाकल्प हो सके।
चंद्रवीर सिंह भदौरिया, प्रधान