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मुसीबत बन गया शहर का अतिक्रमण

जासं,उरई : शहर का अतिक्रमण बा¨शदों के लिए मुसीबत से कम नहीं है। फुटपाथों पर अतिक्रमण्

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 11:35 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 11:35 PM (IST)
मुसीबत बन गया शहर का अतिक्रमण
मुसीबत बन गया शहर का अतिक्रमण

जासं,उरई : शहर का अतिक्रमण बा¨शदों के लिए मुसीबत से कम नहीं है। फुटपाथों पर अतिक्रमण होने की वजह से पैदल चलने वालों को भारी दिक्कत होती है। अतिक्रमणकारी सड़कों के किनारे भी कब्जा जमा लेते हैं जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। दिन भर लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। शहर के बाजार में आड़े तिरछे खड़े वाहन भी जाम का कारण बनते हैं। पार्किंग की व्यवस्था न होने से यह परेशानी बनी हुई हैं। दोनों ही समस्याओं के निराकरण के लिए अब तक सार्थक प्रयास नहीं किए गए।

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शहर में जिधर नजर घुमाओ अतिक्रमण के दर्शन होंगे। ऐसा कोई फुटपाथ नहीं है जो खाली हो। चाय, पान, मोटर मैकेनिक सहित कई तरह की दुकानें सजी रहती हैं। जिसकी वजह से पैदल चलने वालों को फुटपाथ की सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। मजबूरी में लोग व्यस्त यातायात के बीच से निकलने हैं। ऐसे में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। अतिक्रमण करने वालों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि सड़क किनारे भी यह कब्जा करने से नहीं चूकते हैं। जिसकी वजह से जाम की समस्या बनी हुई है। दिन भर कई बार जाम लगता है। जिससे लोगों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं। जाम का दूसरा सबसे बड़ा कारण शहर में पार्किंग की व्यवस्था न होना है। बाजार आने वाले लोग अपने वाहनों को आड़ा तिरछा खड़ा कर खरीदारी करने लगते हैं। इधर जाम लग जाता है। यह परेशानी एक दिन की नहीं है बल्कि रोज ही यह दिक्कत होती है। इन दोनों समस्याओं के निराकरण के लिए ठोस प्रयास नहीं किए गए। अतिक्रमण हटाने के नाम पर जब भी अभियान चला वह खानापूरी में निपटा दिया गया।

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जिम्मेदार बोले

अतिक्रमण को लेकर गंभीरता दिखाई जा रही है। जल्दी ही शहर के फुटपाथ खाली कराए जाएंगे। सार्वजनिक स्थान पर किसी को अतिक्रमण करने की अनुमति नहीं है। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। इसके अलावा दूसरी दिक्कत पार्किंग की है। पालिका जल्दी ही इसके लिए भूमि का प्रबंध करने को प्रयासरत है। इस समस्या के निराकरण के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। संजय कुमार अधिशाषी अधिकारी


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