पेंशन कर्मचारियों का हक, उसे नहीं छीनने देंगे
फोटो संख्या : 30 ओआरआई 10, 11 - दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार कर किया प्रदर्शन - कर्मचार
फोटो संख्या : 30 ओआरआई 10, 11
- दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार कर किया प्रदर्शन
- कर्मचारी बोले सरकार कर रही अन्याय
जागरण संवाददाता, उरई : पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राज्य कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी धरना प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने दो टूक कहा कि पेंशन कर्मचारियों का हक है इसे छीनने नहीं दिया जाएगा। जितना भी संघर्ष करना पड़े, करेंगे। सरकार कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है। कर्मचारी हितों को अनदेखा किया जा रहा है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। कर्मचारियों की समस्याओं का निपटारा सरकार को करना ही पड़ेगा।
पूर्व निर्धारित तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार के साथ आंदोलन किए जाने के क्रम में दूसरे दिन गुरुवार को भी शिक्षकों कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। सभी विभागों के कर्मचारी विकास भवन परिसर में एकत्रित हुए। इस दौरान कर्मचारियों ने एकजुटता के नारे बुलंद किए। पुरानी पेंशन बहाली मंच के जिलाध्यक्ष महेंद्र ¨सह भाटिया ने कहा कि सरकार कर्मचारियों और शिक्षकों पर अपने निर्णय थोपती रही है। कभी कर्मचारी हितों पर ध्यान ही नहीं दिया गया। इसी का नतीजा है कि सरकार ने पेंशन की सुविधा भी छीन ली। अगर कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिलेगी तो वह क्या करेंगे। उनके गुजर बसर करने का सहारा ही छिन जाएगा। सरकार ने कर्मचारियों के हक पर डाका डालने का काम किया है। सरकार को हर हाल में पुरानी पेंशन को बहाल करना होगा। गिरेंद्र ¨सह कुशवाहा ने कहा कि कर्मचारी सरकार की योजनाओं को पूरी संजीदगी के साथ संचालित करने में सहयोग करता है। सरकार जितना काम बताती है किया जाता है। अगर समय से अलावा या फिर अवकाश के दिन में भी काम करना पड़े तो करते हैं फिर भी उनके साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया जा रहा है। डिप्लोमा इंजीनियर संघ के आरके द्विवेदी ने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी रहेगी तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। अधिकारों का हनन किसी भी दशा में नहीं होने देंगे। आरसी पस्तोर ने कहा कि पुरानी पेंशन न मिलने से कर्मचारी परेशान हो जाएंगे। इस मौके पर नरेश निरंजन, राजेश शुक्ला, ममता स्वर्णकार, हरीराम, कपिल ओझा, मान¨सह यादव, हरीश राठौर, सुनील कटियार, राम प्रकाश, अनिल ¨सह, भगवती प्रसाद सहित बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।