55 गांव के किसानों पर पलेवा का संकट
संवाद सहयोगी माधौगढ़ गोहन रजबहा में पानी नहीं
संवाद सहयोगी, माधौगढ़ : गोहन रजबहा में पानी नहीं आने और नहरें फुलगेज से नहीं चलने के कारण क्षेत्र के 55 गांवों के किसान पलेवा नहीं कर पा रहे हैं। जिससे उनकी बोआई पिछड़ रही है।
खरीफ की फसल किसानों ने बोई थी जिसमें बाजरा, धान, तिली, उर्द, मूंग बरसात न होने से फसल सूख चुकी है और कटाई भी लगभग खत्म हो गई है। खेत खाली होने के बाद किसानों को रबी की फसल के लिए पलेवा करना होता है लेकिन रजबहा में पानी धीमी गति से छोड़े जाने से वह टेल तक नहीं पहुंच रहा है जिससे किसान परेशान हैं। साथ ही कई गांवों में तो अभी तक पानी पहुंचा ही है नहीं है। जिस कारण किसान अधिकारियों के भी चक्कर काट चुके हैं फिर कोई लाभ नहीं हुआ है।
ग्राम खुदादपुरा, सुरपतिपुरा, बुढ़नपरा, बिजदुवा, रामहेतपुरा, गढि़या, धमना, गोहन, कुरसेंड़ा, रुपापुर, रंधौरा, दादनपुर, कुंडऊ, जमरेही, भाऊपुरा, जैतपुरा, रसूलपुर, करतलापुर, गोरा चिरइया सहित करीब 55 गांवों के किसानों को पानी न मिलने से वह निजी बोरिग या दूसरे के नलकूपों से सिचाई करने को मजबूर हैं। पंपिग सेट से करनी पड़ रही सिचाई
क्षेत्र के गोहन रजबहा बिल्कुल तलहटी में बह रहा है जो कि किसानों के खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। इससे किसानों ने मजबूरी में पंपिग सेट लगाकर सिचाई करना शुरू कर दिया है। अगर रजबहा में फुलगेज से पानी छोड़ा जाता तो किसानों को परेशानी न होती।
बंधा बने हुए हैं अवरोधक
जब नहरों व रजबहा में पानी छोड़ा जाता है तो जिले के पहले गांवों के किसान पानी की लूट मचा देते हैं और जल्दी खेतों में पानी भरने के चक्कर में बंधा डालकर नहरों व रजबहा का पानी रोक देते हैं। जिससे आगे पानी तेज गति से नहीं पहुंच पाता है और टेल के किनारे बसे गांवों के किसान पानी की आस में बैठे रहते हैं।
किसानों का दर्द :
आठ बीघा खेत में बाजरा की फसल बोई थी और कट भी गई है लेकिन रजबाहा में पानी फुलगेज से न आने से सिचाई के लिए परेशान हैं। अगर पानी फुलगेज से चलने लगे तो रबी की फसल समय से बोई जा सकती है।
- किसान सुरेंद्र सिंह
खरीफ की फसल कटने लगी है और जो खेत पहले से खाली पड़े थें उन खेतों की सिचाई के लिए परेशान होना पड़ रहा है। क्योंकि रजबहा में पानी है लेकिन फुलगेज से पानी न आने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- किसान जगदंबा शरण
नहरों में पानी छोड़ दिया गया है लेकिन फुलगेज से पानी टेल तक क्योंकि पहुंच रहा है। इसकी जानकारी नहीं है। नहर विभाग के अधिकारियों से कहकर निरीक्षण कराया जाएगा। जिससे किसानों के लगाए गए अवरोधों को हटाया जा सके।
शालिकराम, एसडीएम