विद्यालयों के जर्जर भवन टूटे, पढ़ाई में होगी परेशानी
संवाद सहयोगी जालौन बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित विकास खंड के जर्जर हो चुके 34 स्कूलों
संवाद सहयोगी, जालौन : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित विकास खंड के जर्जर हो चुके 34 स्कूलों को जमींदोज कर दिया गया है। जर्जर हो चुके स्कूलों को गिरा दिया गया कितु अभी तक उनके निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ है। स्कूल भवन न बनने के कारण इन स्कूलों के बच्चे अपनी पढ़ाई कहां करेंगे। इसको लेकर अभी भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं।
सरकार सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने व उन्हें आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाने का प्रयास कर रही हैं। स्कूलों को सुसज्जित करने के लिए कायाकल्प योजना तक को शुरू किया गया है। जर्जर स्कूल भवनों की सुध लेने के बेसिक शिक्षा विभाग ने तकनीकी समिति का गठन कर उनकी जांच कराई। तकनीकी समिति ने स्कूल भवनों का निरीक्षण कर पाया कि कई भवन अनुपयोगी हैं। इन भवनों का ध्वस्तीकरण किया जाए जिससे भविष्य में किसी तरह की दुर्घटना को रोका जा सके। समिति की रिपोर्ट के बाद जून में विभाग ने नीलामी करा कर इन्हें तोड़ने की प्रक्रिया पूरी कर दी थी। 34 स्कूल भवनों को तोड़ दिया गया। अभी तक नए भवन बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है।
प्राथमिक स्कूलों के जर्जर 19 भवनों को तोड़ा
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 3 सितंबर 20 में गठित तकनीकी समिति ने विकास खंड के 19 भवनों को जर्जर पाया तथा उनके ध्वस्तीकरण की संस्तुति की गई थी। समिति की संस्तुति पर प्राथमिक स्कूल लहचूरा, कोरीपुरा, सिकरीराजा, शेखपुर बुजुर्ग, बिरहरा, इटहिया, काशीपुरा, महियाखास, धंतौली, हरकौती, हरदोई राजा, कुसमरा, भदवां, जीपुरा, कुदरा करोदीं, वीरपुरा व भवानीराम के भवन को तोड़ा गया।
जर्जर मिले 7 उच्च प्राथमिक स्कूल भी टूटे
तकनीकी समिति को जांच के दौरान 7 उच्च प्राथमिक स्कूल भी मिले जिनके भवन अनुपयोगी हैं तथा बच्चों के भविष्य को देखते हुए शैक्षणिक कार्य कराना खतरे से खाली नहीं है। इनमें उच्च प्राथमिक स्कूल अतरछला, ऊद नगरी, कुवंरपुरा, धनौराकलां, सिहारी पडैया तथा कन्या उच्च प्राथमिक स्कूल नगर क्षेत्र सम्मिलित है।
तोड़े जाएंगे आठ पुराने भवन
विकास खंड में 8 स्कूलों के भवन ऐसे भी थे जिनके स्थान पर नए भवन तो बन गए हैं कितु पुराने जर्जर भवन अभी भी खड़े हैं। ये जर्जर भवन कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। दुर्घटना के कारण बने पुराने भवन प्राथमिक स्कूल छिरिया, मलकपुरा, ऊद, हथना खुर्द, सुढ़ार व कन्या स्कूल जगनेवा तथा उच्च प्राथमिक स्कूल गधेला, सुढ़ार को गिराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जिम्मेदार बोले
जिन भवनों को तोड़ा गया है उनके नए भवन के लिए अभी बजट नहीं आया है। बजट मिलने पर नए भवन का निर्माण शुरू होगा।
अमर सिंह वर्मा, बीईओ