सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन
जागरण संवाददाता, उरई : छठ पूजा का समापन शुक्रवार को उदयीमान सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ह
जागरण संवाददाता, उरई : छठ पूजा का समापन शुक्रवार को उदयीमान सूर्य को अर्ध्य देने के साथ हो गया। भोर से पूजा करने के लिए रामकुंड पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सूर्य भगवान का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु आतुर थे। जैसे ही सूर्य का उदय हुआ तो लोगों के चेहरे खिल गए। विधिविधान से पूजा अर्चना कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया गया। महिलाओं ने मंगल गीत गाए तो बच्चों ने जमकर आतिशबाजी जलाई।
छठ पर्व को चार दिनों तक श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया। इस पर्व में अस्तांचलगामी और उदयीमान दोनों ही सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। शुक्रवार को भोर में ही भक्त आस्था के साथ रामकुंड पार्क में पहुंचे। महिलाएं हाथों में पूजा का थाल लिए हुए छठी मइया के गीत गाती हुई चल रहीं थीं। पूरे रामकुंड में मेले जैसा नजारा देखने को मिल रहा था। आस्था का सैलाब था तो खुशी की चमक भी हर किसी के चेहरे पर देखने को मिल रही थी। हर किसी को सूर्य भगवान के उदय होने का इंतजार था। पूजा का सामान लिए भक्त सूर्य के निकलने की प्रतीक्षा में थे। जैसे ही सूर्य की लालिमा आसमान पर बिखरी को भक्तों से चेहरे भी खिल गए। लोगों ने भक्ति भाव के साथ भगवान का पूजन किया। इस दौरान बच्चों ने जमकर आतिशबाजी जलाई। सुबह दीपावली का जैसा नजारा दिखाई दे रहा था। संजय साहनी ने बताया कि छठ लोक पर्व इसलिए है कि इसमें हमारी लय, हमारी संस्कृति, हमारे लोकगीत, हमारी सभ्यता जुड़ी हुई है। अगले वर्ष इस पर्व को और भी धूमधाम से मनाया जाएगा। सुमन साहनी, डा. संजय ¨सह, अमन, मनीषा, ¨डपल, केएन तिवारी, मनोरमा तिवारी, उत्तम कुमार निरंजन, भरत ¨सह, चंद्रशेखर साहू, नंदलाल गुप्ता, शैलेंद्र पाठक, रंजना पाठक, मुलायम ¨सह, साधना पाल, डा. राजीव ¨सह, मीना ¨सह, सत्य नारायण शास्त्री सहित बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।