किशोरी व युवक ने फंदे से लटककर दी जान
संवाद सूत्र आटा थाना क्षेत्र के ग्राम सुरहती में एक नाबालिग ने सोमवार सुबह फांसी लगा जान दे
संवाद सूत्र, आटा : थाना क्षेत्र के ग्राम सुरहती में एक नाबालिग ने सोमवार सुबह फांसी लगा जान दे दी। पिता की मौत के बाद पालन-पोषण करने वाले चाचा के आकस्मिक निधन के बाद वह गुमशुम रहती थी। परिजनों का कहना है कि उसी अवसाद में उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। घटना के समय घर में वह अकेली थी और सभी लोग खेत पर गए हुए थे। वहीं माधौगढ़ कस्बा के मोहल्ला लक्ष्मनपुरा निवासी युवक ने भी फांसी लगा जान दे दी।
ग्राम सुरहती निवासी 16 वर्षीय कुमारी वर्षा पुत्री स्व. उदय सिंह ने सोमवार की सुबह 10 बजे घर में लगी धन्नी से फांसी लगाकर जान दे दी। जब उसने यह कदम उठाया तब वह अकेली थी और और घर के सभी लोग खेत में काम करने गए थे। जब परिजनों को उसके फांसी पर लगाने की सूचना मिली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक जगदंबा प्रसाद ने मौके पर जांच पड़ताल की। परिजनों ने बताया कि पिता की मौत के बाद उसकी परवरिश चाचा कपूरी सिंह ने की थी। लगभग छह माह पहले उनकी मौत हो गई, उसके बाद से वह काफी उदास रहने लगी थी। हमेशा गुमशुम रहती थी। चाचा की मौत के बाद उसे बहुत सदमा लगा था। शायद इसी अवसाद में उसने यह कदम उठा लिया। प्रधान अनिल ने बताया कि दो साल वर्षा ने पढ़ाई छोड़ दी थी।
इधर, माधौगढ़ कस्बा के मोहल्ला लक्ष्मनपुरा निवासी 25 वर्षीय मंगल पुत्र साधू ने एक तरफा प्रेम में अपनी जान दे दी। ग्रामीणों ने बताया कि उसका एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती द्वारा बात न करने से वह कई दिनों से परेशान था। सोमवार को घर के सभी सदस्य खेतों में काम करने गए थे, तभी मजदूर मंगल ने कमरे में फांसी का फंदा डालकर खुदकशी कर ली। परिजनों को जब यह पता चला तो उन्होंने शव उतारकर बगैर पुलिस को सूचना दिए उसका अंतिम संस्कार कर दिया। मंगल चार भाइयों में तीसरे नंबर का था। कोतवाल राम सहाय सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी नहीं है। तहरीर आती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।